संवाददाता।
कानपुर। नगर में कानपुर और अकबरपुर सीट पर महिलाओ से ज्यादा पुरुष मतदाताओं ने मतदान किया। अकबरपुर सीट पर महिलाओं ने 55.2%, पुरुष वोटर ने 60.01% और थर्ड जेंडर वोटर ने 25.32% मतदान किया। जबकि कानपुर नगर सीट पर महिलाओं ने 50.9%, पुरुष मतदाताओं ने 54.88% और थर्ड जेंडर मतदाताओं ने 11.48 फीसदी ही अपने मत का प्रयोग किया। कानपुर और अकबरपुर लोकसभा सीट पर मंगलवार को देर रात स्क्रूटनी होने के बाद मतदान के ग्राफ में बदलाव हो गया। दोनों लोकसभा सीटों के मतदान में बढ़ोत्तरी हो गई है। कानपुर में मतदान 52.90 से बढ़कर 53.05 फीसदी पर पहुंच गया। जबकि अकबरपुर का ग्राफ 57.28 से बढ़कर 57.78 फीसदी हो गया। कानपुर सीट पर मतदान प्रतिशत ने पिछले 40 सालों का रिकॉर्ड तोड़ा है। वहीं अकबरपुर सीट का मतदान प्रतिशत वर्ष 2019 का रिकार्ड तक नहीं छू सका है। कानपुर नगर लोकसभा के अंतर्गत आने वाली किदवई नगर विधानभा में सबसे अधिक मतदान हुआ है। वर्ष-2014 और 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा को इसी विधानसभा से सबसे ज्यादा लीड मिली थी। इस बार 200822 लाख मतदाताओं ने वोट किया। इसके बाद कानपुर कैंट में 190267 ने वोट किया। अकबरपुर सीट के अंतर्गत आने वाली महाराजपुर विधानसभा में सबसे ज्यादा मतदान हुआ। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना की ये सीट है। माना जा रहा है अधिक मतदान होने के पीछे उनका प्रभाव माना जा रहा है। यहां 252703 मतदाताओं ने वोट किया। इसके बाद बिठूर विधानसभा में 238868 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। चुनाव आयोग के निर्देश पर हर दो घंटे का मतदान प्रतिशत बूथों से जारी किया जा रहा था। सुबह नौ बजे से शाम 6 बजे तक 6 चरणों में मतदान प्रतिशत जारी किया गया था। शाम 6 बजे मतदान समाप्ति के बाद कानपुर सीट का मतदान प्रतिशत 52.90 फीसदी और अकबरपुर सीट का 57.28 फीसदी मतदान प्रतिशत जारी किया गया था। अकबरपुर सीट पर वर्ष 2019 में 57.90 फीसदी मतदान हुआ था लेकिन इसबार मतदान प्रतिशत पिछली बार का रिकॉर्ड नहीं छू पाया। मंगलवार सुबह 11 बजे से प्रेक्षक और अधिकारियों की मौजूदगी में गल्ला मंडी स्थल पर स्क्रूटनी की गई। एक- एक बूथ के मतदान की डिटेल का मिलान किया गया। मंगलवार देर रात प्रशासन ने आयोग को मतदान की फाइनल अपडेट भी भेज दी। हालांकि अभी आयोग भी मतदान की डिटेल का मिलान कराएगा। सोमवार को मतदान के बाद गल्ला मंडी स्ट्रांग रूम में ईवीएम वीवीपैट जमा किए गए। देर रात से बूथ वार मतदान का रिकॉर्ड फीड करने का काम शुरू हुआ। जो मंगलवार सुबह 4 बजे तक चला। प्रेक्षक और आरओ की मौजूदगी में एक-एक बूथ के रिकॉर्ड का मिलान हुआ।