कानपुर। आने वाले समय में सेमीकंडक्टर निर्माण और उसके तकनीकी ज्ञान में दक्ष विशेषज्ञों एवम् इंजीनियरों की मांग बहुत तेजी से बढ़ते देख कानपुर विश्वविद्यालय ने छात्रों को उस विषय में ज्ञान वर्धन करवाने का कदम बढा दिया है। कुलपति विनय कुमार पाठक ने सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में रोजगार के अवसरों को भांप कर सीएसजेएमयू कैंपस के इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग में गत वर्ष से इंटीग्रेटेड बीएससी एमएससी इलेक्ट्रॉनिक्स पाठ्यक्रम शुरू कराने का संकल्प लिया है। यह पाठ्यक्रम शुरू करने वाला सीएसजेएमयू प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय बनेगा। सेमीकंडक्टर चिप निर्माण कंपनियां तेजी से भारत में आ रही हैं ऐसे में यह पाठ्यक्रम छात्रों के भविष्य और करियर को ध्यान में रखकर लॉन्च किया गया है।5 वर्ष के इस पाठ्यक्रम में इंटर पास छात्र प्रथम वर्ष में तथा स्नातक पास छात्र सीधे चतुर्थ वर्ष में प्रवेश ले सकते हैं।इस पाठ्यक्रम के माध्यम से, छात्र न केवल भारत में बल्कि अन्य विदेशी बाजारों में भी सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता को अपना सकेंगे। सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में भारत और ताइवान साथ मिलकर काम करेंगे। इस संबंध में प्रतिनिधि मंडल के साथ ताइवान गए भारतीय विश्वविद्यालय संघ के अध्यक्ष एवम् विश्वविद्यालय के कुलपति ने बताया कि दोनों देशों के बीच सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में मिलकर कार्य करने की सहमति बनी है। जिसका लाभ भविष्य में छात्रों को मिलना तय है। सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में अमेरिका के बाद जापान सहित कई देश भारत के साथ वैश्विक भागीदारी करना चाह रहे हैं ।भारत एक बड़ा बाजार है और नए उभरते बाजार में इस क्षेत्र के विशेषज्ञों की कमी है अतः भविष्य में इस क्षेत्र में रोजगार की असीम संभावनाएं देखी जा रही हैं। हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश को सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं इसके लिए उन्होंने सेमीकंडक्टर नीति बनाने को भी कहा है। कानपुर में इस विषय में छात्रों के प्रवेश के लिए कमेटीका गठन भी कर दिया गया है जो इच्छुेक छात्रों को इसकीपूरी जानकारी प्रदान करेंगे। इच्छाकु छात्र पाठ्यक्रम के प्रवेश प्रभारी डॉ अजय तिवारी से संपर्क कर प्राप्त कर सकते हैं।