कानपुर। कानपुर मेट्रो ने कॉरिडोर-1 (आईआईटी से नौबस्ता) के अंतर्गत बन रहे लगभग 5 किलोमीटर लंबे बारादेवी-नौबस्ता एलिवेटेड सेक्शन में निर्माण कार्य के साथ-साथ ग्रीन बेल्ट के लिए पौधे लगाने की भी शुरूआत कर दी है। सबसे पहले निर्माणाधीन बारादेवी स्टेशन की तरफ से मीडियन पर पौधे लगाए जा रहे हैं। इस पूरे एलिवेटेड सेक्शन के नीचे पिलर्स के बीच में लगभग 1200 वर्ग मीटर क्षेत्र में हरे पौधे लगाए जाने हैं। पहले सड़क के ऊपर मेट्रो वायडक्ट और अब उसके नीचे फैल रही हरितिमा से आने वाले समय में शहर के हमीरपुर रोड की सूरत भी पूरी तरह बदलती दिख रही है। जीरो कार्बन उत्सर्जन वाली मेट्रो सार्वजनिक परिवहन के क्षेत्र में हरित समाधान प्रस्तुत करने में अव्वल रही है। प्रॉयोरिटी कॉरिडोर (आईआईटी- मोतीझील) पर सड़क के बीचोंबीच विकसित किए गए ग्रीन बेल्ट के तर्ज पर लगभग 5 किमी लंबे बारादेवी-नौबस्ता एलिवेटेड सेक्शन पर भी पौधे लगाए जा रहे हैं। इससे शहर के सड़क की सुंदरता बढ़ने के साथ ही वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने में भी मदद मिलेगी। पौधे लगाने के साथ ही यूपीएमआरसी द्वारा इसकी नियमित देखभाल भी की जाएगी। इसके साथ ही साथ उक्त एलिवेटेड सेक्शन में वर्षा जल संरक्षण के लिए भी सभी ज़रूरी इंतज़ाम किए गए हैं। वायडक्ट (पुल) के हर दूसरे स्पैन पर पानी को नीचे मीडियन में लगे पिट तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई है।इसके अलावा मेट्रो परिसरों में 100 प्रतिशत एलईडी लाइटिंग और सूर्य की रोशनी के भरपूर उपयोग के लिए प्लैटफॉर्म की छतों पर ट्रांसलुसेंट शीट का भी प्रयोग किया गया है। कानपुर मेट्रो द्वारा पर्यावरण हित में किए गए इन्हीं नवोन्मेष और प्रयासों की वजह से प्रॉयरिटी कॉरिडो (आईआईटी-मोतीझील) के सभी 9 स्टेशनों को इंडियन ग्रीन बिल्डिंग कांउसिल (आईजीबीसी) की प्लैटिनम रेटिंग और पर्यावरण प्रबंधन हेतु आईएसओ 14001 प्रमाणपत्र भी प्राप्त है