संवाददाता।
कानपुर। नगर मे मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल में जूनियर डॉक्टरों पर 10,000 रुपए लेने का आरोप लगा है। बांदा से आए तीमारदार ने कहा कि भतीजी के इलाज के नाम पर आईसीयू में तैनात एक जूनियर डॉक्टर ने पैंसे की मांग की। दूसरे ही दिन रात में मरीज खत्म भी हो गई। युवती के चाचा का आरोप है कि सोमवार को जब डॉक्टर से बात करने पहुंचे तो उन्होंने बतमीजी की और फिर गार्ड बुलाकर घसीट कर बाहर निकाल दिया। इसके बाद प्रमुख अधीक्षक से इसकी शिकायत की। बांदा निवासी श्रीकांत दीक्षित ने बताया कि 26 मई को भतीजी प्रिंसी दीक्षित (24 वर्ष) को पेट में दर्द होने की शिकायत पर हैलट की इमरजेंसी में लेकर आए थे। यहां पर डॉक्टरों ने हालत गंभीर बताई थी और आईसीयू में भर्ती कर दिया था। यहां पर एक हफ्ते तक प्रिंसी भर्ती रही। इसके बाद डॉक्टरों ने इलाज के नाम पर भाभी से 10 हजार रुपए ले लिए। श्रीकांत का आरोप है कि वार्ड में कैमरे लगे थे, इसलिए वह भाभी को लेकर बाथरूम की तरफ गए और वहां पर पैसे ले लिए। दो जून की रात में प्रिंसी की मौत हो गई। इसके बाद परिजन शव लेकर वापस बांदा चले गए। श्रीकांत ने कहा कि आज बांदा से डॉक्टर से मिलने के लिए आए थे कि जब भतीजी की हालत ठीक हो गई थी तो फिर ऐसा क्या हुआ, जिससे उसकी अचानक मौत हो गई। इस पर जब डॉक्टर से बात करने आए तो वहां पर मौजूद एक डॉक्टर ने बतमीजी से बात की फिर गार्डों को बुलाकर धमका कर बाहर भगा दिया। इस के बाद प्रमुख अधीक्षक डॉ. आरके सिंह से इसकी शिकायत की। डॉ. आरके सिंह ने बताया कि तीमारदार से पूरी बात सुनी गई हैं। मामले की जांच की जाएगी, जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।