संवाददाता।
कानपुर। नगर में अब बगैर रजिस्ट्रेशन काला कोट पहनकर घूमना आसान नहीं होगा। बार एसोसिएशन ने पुलिस कमिश्नर से काला कोट पहनकर घूम रहे फर्जी वकीलों पर कार्रवाई की मांग की है। अपने पत्र में चार अधिवक्ताओं का उदाहरण भी दिया है। जो सिर्फ काले कोट की आड़ में छेड़खानी से लेकर हर तरीके के काले कारनामे कर रहे हैं। कानपुर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रमोद कुमार द्विवेदी और महामंत्री आदित्य कुमार सिंह ने डीएम, पुलिस कमिश्नर, जनपद न्यायधीश और बार काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन को पत्र लिखा है। पत्र में साफ-साफ लिखा है कि कानपुर कचहरी में आपराधिक प्रवृत्ति के लोग काला कोट पहनकर घूम रहे हैं। इसके साथ ही पत्र में चार उदाहरण दिया है कि ग्वालटोली निवासी एक युवक क्राइस्ट चर्च कॉलेज का पूर्व छात्र है। इसी कॉलेज की दो छात्राओं ने बार एसोसिएशन से शिकायत की है कि अधिवक्ता नहीं होने के बाद भी युवक काला कोट पहनकर खुद को अधिवक्ता बताकर गैर कानूनी काम कर रहा है। उसी कॉलेज की लड़कियों को भी अपने जाल में फंसाकर यौन उत्पीड़न भी कर रहा है। इससे संबंधित साक्ष्य भी बार एसोसिएशन को दिए गए हैं। इसी तरह पनकी निवासी एक युवक बगैर सीओपी के मुकदमों की पैरवी कर रहा है। जबकि बगैर सीओपी के किसी भी न्यायायल में कोई भी मुकदमें की पैरवी नहीं कर सकता है। लोगों को गुमराह किया जा रहा है। इससे अधिवक्ताओं की छवि खराब हो रही है। इसी तरह से बिठूर के एक दबंग ने अपने घर के बाहर अधिवक्ता का बोर्ड लगाकर विवादित जमीनों का काम कर रहा है। आम जन को धोखा देने के साथ ही अधिवक्ताओं की छवि खराब कर रहा है।