संवाददाता।
कानपुर। नगर में इन्फ्लूएंजा वायरस तेजी के साथ लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। हवा में फैले वायरस की चपेट में आने बाद लोगों के हाथ-पैरों में भीषड़ दर्द होने लगता है।कानपुर मेडिकल कॉलेज में 24 घंटे के अंदर सात से अधिक मरीजों को भर्ती किया जा चुका है। इन दिनों हैलट अस्पताल की ओपीडी में लगभग 15 से 20% मरीजों में वृद्धि देखने को मिली है। मरीज बुखार, खांसी, कमजोरी, सिर दर्द, शरीर दर्द, घबराहट, भूख न लगना, निंद न आने की समस्या लेकर आ रहे हैं। कानपुर मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग के प्रो. डॉ. जेएस कुशवाहा ने बताया कि वायरस की चपेट में आने से लोगों को कई तरह की दिक्कते उठानी पड़ रही है। इस लिए इसमें लापरवाही बिल्कुल न बरते। लापरवाही करने पर मरीजों की खांसी ठीक होने में 2 से 3 माह तक का समय लग रहा है। वहीं, बुखार की समस्या तो 7 से 10 दिनों में ठीक हो जाती है। डॉ. कुशवाहा ने बताया कि कभी-कभी यह लापरवाही भारी भी पड़ रही है। जिन लोगों ने लापरवाही बरती उन मरीजों में दिमागी बुखार का अटैक भी पड़ रहा है। आए दिन इमरजेंसी में 5 से 6 मरीज ऐसे आ रहे हैं, जिनकों दिमागी बुखार का अटैक पड़ा है। प्रोफेसर डॉ. जेएस कुशवाहा ने बताया, इन्फ्लूएंजा वायरस जब अटैक करता है तो सबसे पहले मरीज को तेज बुखार आता है। इसके बाद पेट में संक्रमण फैलने लगता है। इन दिनों जो भी मरीज ओपीडी में आ रहे हैं, उनको पेट में दर्द, लूज मोशन, बुखार की समस्या अधिक है। पेट में संक्रमण होने के कारण मरीज खाने-पीने में भी असमर्थ हो जाता है। ऐसे में उसकी शारीरिक क्षमता कम होती जाती है और मरीज बहुत कमजोर हो जाता है। डॉ. कुशवाहा ने बताया, पूरी तरह से बुखार ठीक होने में लगभग सात दिन से दस दिनों का समय लगता है। अगर बुखार उतर भी जाए तो दवा बंद नहीं करनी है, क्योंकि यह बुखार दोबारा से भी अटैक कर देता है, जब तक शरीर से वायरस पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाता है तब तक निरंतर दवा का सेवन करते रहे।डॉक्टर के मुताबिक जिन लोगों की शारीरिक क्षमता कमजोर होती है और जो बीपी व शुगर के मरीज होते हैं, उन्हें इस वायरस से बच के रहना होगा। भीड़ भाड़ वाले इलाके में जाने से पहले मास्क जरूर लगा ले, क्योंकि यह वायरस ऐसे मरीजों को जल्दी प्रभावित कर देता है। इसके अलावा 15 साल तक के बच्चों में भी यह वायरस जल्दी अटैक करता है। गर्मी से आने के बाद ठंडी चीजों का सेवन तुरंत ना करें। : अधिक से अधिक पानी का सेवन करें। : बासी खाना और तली-भुंजी चीजों का सेवन ना करें। : मौसमी फलों का सेवन जरूर करें। : शारीरिक क्षमता को बढ़ाने के लिए हाई प्रोटीन वाली डाइट ले। : भीड़भाड़ वाले इलाके में जाने से पहले मास्क का प्रयोग करें। : जो वायरस से पीड़ित मरीज है उनसे दूरी बनाकर रखें। : अधिक मसालेदार खाना ना खाएं। : सुबह उठकर 30 मिनट तक योगा जरूर करें। : बिना डॉक्टर के परामर्श के मेडिकल स्टोर से दवा लेकर ना खाएं।