संवाददाता।
कानपुर। नगर में नाला सफाई में लापरवाही को लेकर मेयर प्रमिला पांडेय नाराज हो गईं। जोन-3 की समीक्षा के दौरान अधिशासी अभियंता ने झूठी रिपोर्ट दे दी। इस पर बैठक के बीच में उन्होंने अभियंता की फाइल को फेंक दिया। कहा-इस बार अगर इस बार बारिश में जलभराव हुआ तो उसी में डूबोगे। मेयर ने सभी 6 जोन के अभियंताओं के साथ नाला सफाई की समीक्षा बैठक नगर निगम मुख्यालय में बुलाई थी। बैठक में मेयर के सवाल पर एक भी अभियंता नाला सफाई के निरीक्षण के दौरान की फोटो तक नहीं दिखा सका। इस पर मेयर ने कहा कि एक भी अभियंता धूप में मौके पर जाना जरूरी नहीं समझता है। सब एसी में बैठकर नौकरी कर रहे हैं। दरअसल, अभियंता ने मेयर के रिपोर्ट मांगने पर मार्च की रिपोर्ट दिखा दी। मेयर ने इस पर कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा कि नाला सफाई का कार्य मई माह में शुरू हुआ और रिपोर्ट मार्च की दिखाई जा रही है। इस पर चीफ इंजीनियर मनीष अवस्थी ने भी कड़ी नाराजगी व्यक्त की। मेयर ने जोन-1 अधिशाषी अभियंता से नाला सफाई की रिपोर्ट मांगी। मेयर ने अभियंता से पूछा कि म्योर मिल नाला कहां हैं, इस पर अभियंता नहीं बता पाए। इस पर मेयर का पारा चढ़ गया, उन्होंने चीफ इंजीनियर से कहा कि इन अभियंताओं की वजह से शहर में जलभराव होता है। इन्हें यही नहीं पता कि म्योर मिल नाला कहा है, लेकिन रिपोर्ट में नाला पूरी तरह साफ हो गया है। मेयर ने अभियंता को चेतावनी दी कि अगर पीपीएन और नवीन मार्केट में इस बार पानी भरा तो वहीं बीच जलभराव में खड़ा करू दूंगी। धूप ज्यादा न लगे, इसलिए अभियंता फील्ड पर जाना पसंद ही नहीं करते हैं। वहीं मेयर ने मेट्रो द्वारा शिफ्ट किए गए नालों की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मै खुद मौके पर जाकर देखूंगी। जोन-2 की समीक्षा के दौरान अवर अभियंता दिवाकर भास्कर से जाजमऊ स्थित नाला की जानकारी मांगी, इस पर अभियंता ने जवाब दिया कि नाला बना दिया गया है, लेकिन मेयर ने मोबाइल पर हकीकत खोल दी। मेयर ने कहा कि कल ही शिकायत आई और मौके पर कोई काम नहीं हुआ है। इस पर उन्होंने तत्काल काम कराने को कहा। मेयर ने बैठक में अभियंताओं पर तंज कसते हुए कहा कि अभियंता मौके पर नहीं जाते हैं, लेकिन नाला सफाई एक नंबर चल रही है। बिना अतिक्रमण हटाए नाला सफाई कर दी गई। जबकि ये संभव ही नहीं है कि अतिक्रमण हटाए बिना नाला सफाई पूरी कर ली जाए।