संवाददाता।
कानपुर। नगर में वर्ड हाइपरटेंशन डे के अवसर पर शुक्रवार को कानपुर मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल की ओपीडी में स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम एसोसिएट ऑफ फिजिशियन ऑफ इंडिया, कानपुर ब्रांच की तरफ से आयोजित किया गया। जिसमें मरीज का स्वास्थ्य परीक्षण के साथ-साथ उन्हें इस बीमारी से बचाव के लिए भी जागरूक किया गया। कानपुर मेडिकल कॉलेज की उप प्रधानाचार्य डॉ. रिचा गिरी ने कहा कि यह बीमारी सबसे ज्यादा आपके दिमाग और दिल पर असर करती है। अगर सही समय पर इसका पता नहीं चलता है तो किडनी फेलियर की भी शिकायत हो सकती है। इसलिए जरूरी है कि हमें समय-समय पर जांच अवश्य करनी चाहिए। प्रमुख अधीक्षक डॉ. आरके सिंह ने कहा कि हर स्वस्थ व्यक्ति को कम से कम साल में तीन बार अपना ब्लड प्रेशर जरूर चेक करना चाहिए, क्योंकि सर्दियों में अलग, गर्मियों में अलग और बरसात के समय अलग ब्लड प्रेशर रहता है। अगर हम इस मर्ज को शुरू में ही पकड़ लेंगे और उपचार शुरू कर देंगे तो हम इससे बच सकते हैं। मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. एसके गौतम ने बताया कि आजकल खराब लाइफस्टाइल और खराब खान-पान के कारण लोग हाइपरटेंशन के मरीज ज्यादा हो रहे हैं। डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के मुताबिक लगभग हर चौथा व्यक्ति देश में हाइपरटेंशन का मरीज है। अगर हम अपने खान-पान में जंक फूड, फास्ट फूड को दूर कर प्रोटीन, आयरन वाली चीजों को शामिल करें तो हम इन सब चीजों से बच सकते हैं। इसके अलावा प्रतिदिन सुबह कम से कम 30 से 40 मिनट तक व्यायाम करें। यह मर्ज अब यंगस्टर्स पर भी देखने को मिल रहा है। शिविर में जिनका बीपी हाई पाया गया, उनकी आंखों के रेटिना का भी परीक्षण किया गया। डॉक्टर ने बताया कि हाइपरटेंशन में आपकी आंखों की रोशनी जाने का भी खतरा रहता है। साथ ही दिल भी दगा दे सकता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए इस शिविर में नेत्र रोग विशेषज्ञों ने आंखों का भी परीक्षण किया गया। इस मौके पर सीएमएस डॉ. नीलेश त्रिपाठी, डॉ. जीडी यादव, डॉ. सौरभ अग्रवाल, डॉ. सुरभि आदि लोग मौजूद रहे।