संवाददाता।
कानपुर। नगर मे हिंसा भड़काने के मुख्य आरोपी हयात जफर हाशमी की चमनगंज पुलिस ने हिस्ट्रीशीट खोल दी है। हयात जफर के खिलाफ कानपुर में हिंसा भड़काने के साथ ही अपने ही माता-पिता को आत्मदाह के लिए उकसाने से उनकी मौत होने समेत 12 गंभीर मुकदमें दर्ज हैं। अपराधिक चिट्ठा लंबा होने पर चमनगंज पुलिस ने हयात की हिस्ट्रीशीट खोल दी है। एडिशनल सीपी हरिश्चंद्र ने बताया कि चमनगंज थाना क्षेत्र का रहने वाला हयात जफर हाशमी शातिर अपराधी है। उसी के इशारे पर कानपुर में जून-2022 में हिंसा भड़क उठी थी। शातिर ने एक विवादित प्रॉपर्टी पर कब्जे के लिए अपने ही माता-पिता को कलेक्ट्रेट ऑफिस में सुसाइड के लिए भड़काया और दोनों की जलकर मौत हो गई थी। इसके साथ ही चमनगंज, कर्नलगंज, कोतवाली और चकेरी थाने में हयात जफर के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए), गैंगस्टर, बलवा, मारपीट, सेवन सीएलए, सरकारी कार्य में बाधा के जैसी गंभीर धाराओं में 12 से ज्यादा मुकदमें दर्ज हैं। हयात के अपराधिक इतिहास को देखते हुए उसकी हिस्ट्रीशीट खोली गई है। इससे पहले हिंसा में उसका नाम आने के बाद एनएसए और गैंगस्टर की कार्रवाई की गई थी। अब हिस्ट्रीशीट भी खोल दी गई है। इससे कि उसकी एक-एक गतिविधियों पर पुलिस की निगरानी बनी रहे। कानपुर चमनगंज में रहने वाला हयात जफर हाशमी मुस्लिमों का बड़ा नेता बनने के चक्कर में कानपुर में हिंसा भड़काई थी। बीजेपी प्रवक्ता नुपुर शर्मा के बयान को लेकर पहले बंदी का ऐलान किया फिर कानपुर को हिंसा की आग में झोंक दिया था। जांच के दौरान हिंसा भड़काने के मास्टर माइंड के रूप में हयात का नाम सामने आया तो सभी दंग रह गए। पूछताछ के दौरान उसने बताया था कि मुस्लिम समाज का बड़ा नेता बनने के लिए चक्कर में उसने हिंसा भड़काने की साजिश रची थी। इसके साथ ही कानपुर में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के दौरे के दिन को ही चुना था। जिससे कि पूरे देश में उसकी आवाज पहुंच सके। पुलिस ने हयात के साथ ही उसके पूरे गिरोह को अरेस्ट करके जेल भेजा था।