November 22, 2024





संवाददाता।
कानपुर। नगर में नगर निगम ने इस बार शहर को डुबोने की पूरी तैयारी कर ली है। 10 जून को जहां नाला सफाई की डेडलाइन है, वहीं शहर के बड़े 225 बड़े नालों में अभी तक 85 नाले 50 परसेंट भी साफ नहीं हो सके हैं। जबकि 13 नालों के टेंडर ही नहीं हो सके हैं। इस बार चीफ इंजीनियर मनीष अवस्थी ने जिम्मेदारों पर कार्रवाई की है। चीफ इंजीनियर मनीष अवस्थी ने बताया कि जोन-3 और 5 में नाला सफाई का कार्य बेहद धीमी गति से किया जा रहा है। जांच में पाया गया कि यहां ज्यादातर बड़े नाले अभी पूरी तरह साफ नहीं हुए हैं। इसको देखते हुए 4 अभियंताओं को नोटिस जारी किया गया है। 3 दिन में जवाब मांगा गया है। कानपुर में 26 से 28 जून के बीच मानसून दस्तक दे सकता है। ऐसे में समय से अगर नाला सफाई का कार्य पूरा नहीं हुआ तो शहर में जलभराव होना तय है। हालांकि नगर निगम ने सीसामऊ नाला सफाई को लेकर पूरी ताकत लगा रखी है। ये शहर का सबसे बड़ा नाला है। इस बार इंजीनियरिंग विभाग के 225 बड़े नालों की सफाई में पांच करोड़ 11 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। जबकि स्वास्थ्य विभाग के नालों में बात करें तो नगर निगम रबिश प्रभारी रहमान ने बताया कि 1209 छोटे नालों की सफाई कराई जा रही है। गोविंद नगर चावला मार्केट से धर्मकांटा वाली सड़क, साकेत नगर किदवई नगर थाने के पास, गुजैनी, कौशलपुरी, लाजपत नगर, पांडुनगर, काकादेव, सर्वोदयनगर, रामबाग, गांधीनगर, किदवई नगर, रावतपुर, विजयनगर, शास्त्रीनगर, यशोदानगर, चमनगंज, जीटी रोड, परमपुरवा आदि क्षेत्रों में भीषण जलभराव होता है। शहर के प्रमुख बड़े नाले रफाका नाला, सीओडी नाला, टैफ्को नाला, म्योर मिल नाला, सीसामऊ नाला, सरसैयाघाट नाला समेत और अन्य नाले भी जलभराव का मुख्य कारण बनेगे ।  

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