संवाददाता।
कानपुर। नगर मे लोकसभा चुनाव संपन्न हो गए हैं। बीते करीब 3 माह से रुके विकास कार्यों की फाइलें फिर से विभागों ने खंगाली जाना शुरू कर दी गई है। आचार संहिता के चलते विकास कार्यों की न तो समीक्षा हो पा रही थी और न ही नए कार्य शुरू हो पाए थे । गुरुवार को नगर निगम में वार्डों में होने वाली विकास कार्यों की लिस्ट बनाई जाती रहीं। वहीं महापौर और नगर आयुक्त ने भी विकास कार्यों को लेकर बैठक की। वहीं आईजीआरएस और समस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए प्रशासन और पुलिस ने भी वर्किंग शुरू कर दी है। वहीं समाधान दिवस भी अब आयोजित किए जाएंगे। बता दें कि आचार संहिता लगने के साथ नए स्तर से होने वाले विकास कार्यों पर पूरी तरह से रोक लग गई थी। यहां तक कि आचार संहिता के लागू होने के साथ ही पूरा प्रशासनिक अमला चुनाव की तैयारियों में जुट गया है । इस कारण जिले में संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा तक नहीं हो पाई। नगर निगम में कल से विकास कार्यों की टेंडर प्रक्रिया भी शुरू होगी। वहीं आचार संहिता लगने से ठीक एक दिन पहले ज्वाइन हुए केडीए वीसी मदन सिंह गर्ब्याल भी बडे़ विभागीय फैसले नहीं ले पाए थे। अब केडीए में भी बड़े विभागीय फैसलों की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। केडीए में भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए कड़े कदम उठाए जा सकते हैं। शहर में कई बड़े मेगा प्रोजेक्ट्स जैसे पनकी पावर हाउस में बिजली उत्पादन का ट्रायल शुरू हो चुका है। रिंग रोड के निर्माण की टेंडर प्रक्रिया भी लटकी हुई थी, अब इन प्रोजेक्ट्स को भी रफ्तार मिलेगी। वहीं सरकारी योजनाओं का लाभ भी लोगों को मिलना शुरू हो जाएगा। विश्वकर्मा योजना के तहत टूल किट का वितरण भी जल्द शुरू हो जाएगा।