कानपुर। नगर में हत्या और आत्महत्या के एकसाथ होने का एक नया मामला सामने आया है जिसमें अपने छोटे भाई की पत्नी की हत्या् कर जेठ खुद ही अपनी इहलीला समाप्त कर ली है। 9 पन्नों के अपने सुसाइड नोट में जेठ ने अपने छोटे भाई की बहू और उसके मायके वालों पर गृहकलेश की बात कही है। जेठ ने बहू की हत्या के बाद 6:20 मिनट का वीडियो भी बनाया जिसमें उन्होंने कहा-कि बहू ने घर बर्बाद कर दिया। मैं 6 महीने से इसे मारने की कोशिश कर रहा था। कल भी मरने की कोशिश की। आज घर में अकेला हूं मैंने बहू मीनू का खून कर दिया है। मामला सेन पश्चिम पारा थाना क्षेत्र के यशोदा नगर पी-ब्लाक का है। बुधवार रात सूचना पर पुलिस और फोरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की। परिवार के सभी लोग बाहर थे। बेटा जब वैष्णो देवी से लौटा, तब घटना का पता चला। फोरेंसिक टीम को महिला के गले पर दबाव के निशान मिले हैं।
यशोदा नगर पी-ब्लॉक में कुलदीप गुप्ता (32) अपने छोटे भाई अशोक गुप्ता (30) के साथ रहता था। मकान के ग्राउंड फ्लोर पर कुलदीप अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ रहता था। फर्स्ट फ्लोर पर अशोक अपनी पत्नी मीनू (28) और डेढ़ साल के बेटे के साथ रहता है। साथ में उनकी मां भी रहती हैं। कुलदीप साड़ी की फेरी लगाता था, जबकि अशोक ऑटो ड्राइवर है। वारदात के वक्त घर में केवल जेठ कुलदीप और बहू मीनू ही थे। 21 जून को अशोक वैष्णो देवी दर्शन करने गया था। जेठ की पत्नी बच्चों समेत मायके गई थी। मां अपनी ननद के घर गई थीं। गुरुवार सुबह जब अशोक वैष्णो देवी से घर लौटा तो उसने एक कमरे में अपने डेढ़ साल के बच्चे को रोते देखा। पत्नी और भाई नहीं दिखे। घर का एक कमरा बंद था। अशोक ने खटखटाया तो अंदर से किसी की आवाज नहीं आई। उसने जोर से धक्का मारा तो दरवाजा खुल गया और कमरे में दोनों की लाश मिली। कमरे के अंदर से एक 9 पन्नों का नोट भी मिला है। जिसमें अशोक ने हत्या की वजह बताई है। कुलदीप ने कहा- घर में कोई नहीं है। मैं कल मम्मी को बुआ के यहां छोड़ आया था। कल भी मीनू को मारने की कोशिश की थी, लेकिन मार नहीं पाया। सभी से हंसकर बात करता हूं, लेकिन 6 महीने से परेशान हूं। आज मीनू को मारकर मैं कलंकित हो गया हूं। मैंने एक चींटी मारने से पहले 100 बार सोचा है। आज मैंने एक औरत का खून कर दिया है। मुझे भी जीने का हक नहीं है। लेकिन क्या करें, मेरे पास कोई और चारा भी नहीं था। मीनू ने बहुत झूठ बोला। इतना झूठ बोला कि घर बर्बाद हो गया। हमने 3 साल इसे बहुत बर्दाश्त किया। मैं उस दिन को कोसता हूं, जिस दिन मेरे भाई की शादी इससे हुई थी। मैंने 6 महीने पहले ही उसे मारने का प्लान बना चुका था। आज मुझे मौका मिला। अशोक जम्मू से आ जाएगा। कल मेरे बच्चे और पत्नी भी आ जाएंगे। इसलिए आज के बाद मौका नहीं मिलता। मृतका मीनू के पति अशोक गुप्ता ने कहा- मैं आज जम्मू से वापस आया। मेरा डेढ़ साल का बेटा रो रहा था। मैंने सोचा मेरी पत्नी मीनू पड़ोस में गई होगी। मैंने आसपास के लोगों से पूछताछ की। इसके बाद मैंने पत्नी को फोन किया। उसका फोन कमरे में रिंग कर रहा था। ये अंदर से बंद था। मैंने उसे आवाज दी। काफी देर बाद जब मीनू ने गेट नहीं खोला, तो मैंने इसे तोड़ दिया। देखा अंदर मीनू की लाश पड़ी थी और भैया की लाश पंखे से लटक रही थी।
फ़ोटो। हत्या और आत्महत्या करने वाला जेठ।