संवाददाता।
कानपुर। नगर में रेलबाजार पुलिस ने एक निजी बस से 30 किलो गांजा तीन बैग से बरामद किया है। पुलिस के आने से पहले महिला और पुरुष तस्कर गांजा छोड़कर बस से भाग निकले। तलाशी के दौरान गांजा के साथ ही एक मोबाइल भी पुलिस ने बरामद किया है। रेलबाजार पुलिस गांजा तस्करों की तलाश में जुटी हुई है। डीसीपी ईस्ट श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि एक निजी ट्रैवेल्स एजेंसी की बस शुक्रवार शाम को कानपुर से बिहार के पटना जा रही थी। बस में झकरकटी से एक महिला और पुरुष सवार हुए थे। उनके पास तीन बैग था, संदेह होने पर कंडक्टर ने बैग में क्या है पूछा, दंपति बनकर बस में चढ़ें तस्करों ने कपड़े होने की बात कही। लेकिन कंडक्टर अड़ गया और बैग चेक कराने की बात कही, लेकिन तस्कर दंपति ने बैग नहीं खोला। विवाद इतना बढ़ गया कि टाटमिल चौराहा के आगे जीटी रोड पर बस रोक दी गई और कंडक्टर ने रेलबाजार थाने में सूचना दी। सूचना पर रेलबाजार थाने की पुलिस पहुंची, लेकिन इससे पहले तस्कर महिला और पुरुष बस से भाग निकले। जांच के दौरान रेलबाजार पुलिस को तीन बैग से 30 किलो गांजा और एक बस का टिकट मिला है। टिकट संभलपुर से कानपुर का था, इससे एक बात तो साफ हुई कि तस्कर संभलपुर से कानपुर पहुंचे थे। इसके साथ ही एक मोबाइल भी मिला है। रेलबाजार पुलिस जांच कर रही है। डीसीपी ने कहा कि जल्द ही गांजा तस्करों को अरेस्ट करके जेल भेजा जाएगा। जांच के लिए दो टीमों को लगाया गया है। डीसीपी ईस्ट श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि लोकसभा चुनाव को लेकर वाहनों की भारी चेकिंग चल रही है। बिहार में ये हाल है कि अगर बस में लावारिश हालत में मादक पदार्थ बरामद हो जाता तो पूरी बस को ही सीज कर दिया जाता। इस वजह से बस चालक और कंडक्टर बगैर जांच के कोई भी माल बस में नहीं रखते हैं। इसी सख्ती की वजह से गांजा तस्कर कानपुर से बिहार गांजा सप्लाई करने से पहले ही माल पकड़ा गया, लेकिन वे दोनों भाग निकले।