कानपुर। यूपीएससी की परीक्षा में फेल होने से हताश एक मेधावी छात्र ने जहरीला पदार्थ खा लिया, कई अन्य प्रतिभागी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्र की हालत बिगड़ने पर उसके सहपाठी हैलट अस्पताल लेकर भागे जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। वहीं, सूचना पर अस्पताल पहुंचे उसके परिजनों ने बताया कि मृतक पढ़ने में काफी तेज था और बीटेक भी कर चुका था। रावतपुर थाना क्षेत्र के तुलसी विहार स्थित प्रिंस बॉयज हॉस्टल में रहकर वह कई अन्य प्रतिभागी परीक्षाओं की तैयारी भी कर रहा छात्र मूलत:कासगंज के भुजपुरा का रहने वाला था। कुलदीप सोलंकी (29) के परिवार में छोटा भाई संदीप सोलंकी, मां विमला देवी रहती थी। पिता विजयपाल सिंह की काफी पहले मौत हो गई थी। छोटे भाई संदीप ने बताया कि बीते डेढ़ साल से कुलदीप तुलसी विहार के प्रिंस बॉयज हॉस्टल में रहता था और काकादेव में यूपीएससी की तैयारी करता था। अभी हाल ही में उसने एक एग्जाम दिया था, जिसमें फाइनल लिस्ट में उसका नाम नहीं आया था। इसके बाद से वह काफी हतास रहने लगा था, जिसके कारण उसने जहरीला पदार्थ खाकर खुदकुशी कर ली। संदीप ने बताया कि एन आई टी लखनऊ से 2017 में बीटेक पास करने के बाद 25 लाख के पैकेज में कुलदीप की नौकरी लग गई थी, लेकिन उसने नौकरी छोड़कर यूपीएससी की तैयारी में लग गया था। वह घर वालों से कम बात करता था और उसके दोस्त यार भी बहुत कम थे। सिर्फ वह पढ़ाई में ही अपना पूरा दिमाग लगता था। संदीप ने बताया कि बीटेक करने के बाद भाई कुलदीप के पास विदेश तक से जॉब के ऑफर आए, लेकिन उसको यूपीएससी करने की ऐसी धुन सवार थी कि उसने सभी नौकरियां को छोड़ दिया और कानपुर में आकर तैयारी करने लगा। हॉस्टल में रहने वाले लड़कों ने बताया कि कुलदीप अपने कमरे से भी बाहर कम निकलता था। वह पूरा दिन पढ़ाई करता था और जैसे ही समय होता था वह कोचिंग चला जाता था। वापस आते ही फिर से वह अपनी पढ़ाई में लग जाता था।