संवाददाता।
कानपुर। नगर में पति ने पत्नी को तीसरी मंजिल से फेंक दिया। शोर सुनकर देवर आया। भाभी को लेकर अस्पताल गया। यहां इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। आरोप है कि वो बेरोजगार था, उसका आए दिन इस बात पर झगड़ा होता था। गुरुवार देर रात भी उसकी लड़ाई हो गई। इस पर उसने पत्नी सपना को बेल्ट से पीटा। वो दरवाजे के पास आकर मदद के लिए चिल्लाने लगी। पीछे से आकर उसने धक्का दे दिया, जब वो गिर तो गई। तब वो दरवाजा बंद कर भाग गया। ये मामला नौबस्ता के हंसपुरम का है। मूल रूप से घाटमपुर निवासी राहुल तिवारी बेरोजगार था । परिवार में पत्नी सपना तिवारी (36 वर्ष) बेटा समर्थ (10 वर्ष) और बेटी शौर्य (6 वर्ष) हैं। राहुल के साथ में उनका छोटा भाई अंकित भी रहता है। राहुल अपने पूरे परिवार के साथ किराए के मकान में हंसपुरम में रहता था। परिवार वालों ने बताया कि सपना भजन गायक थी। राहुल नशे का लती था, इस कारण नौकरी नहीं जाता था। रात को सपना और राहुल में किसी बात को लेकर कहासुनी हुई। इसके बाद राहुल ने सपना को पीटा और तीसरी मंजिल से नीचे फेंक दिया। यह नजारा देख अंकित तुरंत नीचे उतर के आया। पड़ोसियों की मदद से सपना को पास के अस्पताल ले गया। जहां पर सपना की मौत हो गई। सपना के पिता शिवकुमार शर्मा ने बताया कि 15 साल पहले सपना ने राहुल से लव मैरिज की थी। उस समय राहुल ने सपना को बताया था कि वह किसी बड़ी कंपनी में काम करता है, लेकिन बेटी उसके झूठ को नहीं पकड़ पाई थी। शादी के बाद पता चला कि राहुल कुछ भी नहीं करता है और नशे का लती है। पिता शिव कुमार ने बताया कि राहुल आए दिन नशे में धुत होने के बाद बेटी से मारपीट करता था। शराब पीने के लिए उससे पैसे छीन लेता था। पैसे ना देने पर उसे डंडे और बेल्ट से पीटता था। इसको लेकर 2023 अगस्त में हरबंस मोहाल और नौबस्ता थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। लेकिन, उस मामले में पुलिस ने समझौता करा दिया था। सपना के घर वालों ने बताया कि राहुल अपराधी प्रवृत्ति का है। 2 साल पूर्व एक युवक पर कट्टे से फायर किया था, जिसमें युवक बच गया था, लेकिन राहुल के ऊपर नौबस्ता थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था। काफी दिन राहुल फरार रहा था। इसके बाद उस मामले में भी कंप्रोमाइज हो गया था। इस कारण राहुल जेल नहीं गया था। सपना के 10 साल का बेटे समर्थ ने बताया कि जब सभी लोग सो रहे थे, तभी रात में चाचा का फोन आया कि पापा ने मम्मी को छत से धकेल दिया है। यह सुनने के बाद हम नाना के साथ अस्पताल पहुंचे, तो वहां पर पता चला की मम्मी की तबीयत ज्यादा खराब है।