कानपुर। बुजुर्गों की देखभाल करने और सम्मान देने से आर्शीवाद प्राप्त होता है। लेकिन वर्तमान में बुजुर्गों के साथ दुर्व्यवहार हो रहा है। यह समाज के हित में नहीं है। यह बात रविवार को चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर में मानव विकास विभाग द्वारा विश्व बुजुर्ग दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस पर आयोजित प्रतियोगिता में छात्र—छात्राओं को संबोधित करते हुए विभाग की प्रभारी डॉ. मुक्ता गर्ग ने कही ।
उन्होंने बताया कि कानपुर के मानव विकास विभाग में विश्व बुजुर्ग दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस के उपलक्ष्य में स्लोगन और पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
इस आयोजन का उद्देश्य इस युग में बुजुर्गों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार के बारे में जागरूकता बढ़ाना और युवाओं मे हमारे बुजुर्गों के लिए सम्मान और देखभाल को प्रोत्साहित करना था।
कार्यक्रम में सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय के बीएससी , एमएससी एवं पीएचडी के छात्र एवं छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम में बुर्जुगों की समस्याओं के विभिन्न पहलुओं जैसे बुजुर्गों का मान सम्मान, उनकी देखभाल,समाज में उनकी पहचान,आदि विषयों पर पोस्टर एवं स्लोगन लिखे । स्लोगन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पीएचडी छात्रा आयुषी, दूसरा स्थान बीएससी छात्रा अमन जीत, तीसरा स्थान बीएससी छात्रा नीतू, एवं सांत्वना पुरस्कार अंशिका एवं निर्विकार को दिया गया।
पोस्टर प्रतियोगिता में बीएससी छात्रा अलैशिका प्रथम स्थान पर रही दूसरे स्थान एमएससी छात्रा सुप्रज्ञा, तीसरे स्थान पर पीएचडी छात्रा शिखा रही। सांत्वना पुरस्कार महक एवं इंदु को मिला।इस अवसर पर महाविद्यालय की शिक्षिकाएँ डॉ. ऋतू पांडेय, डॉ. सुमेधा चौधरी , रेनू, पूजा एवं नेहा आदि उपस्थित रही।