रसायन शास्त्र की प्रयोगशाला की छत पर चल रही पार्टी के दौरान छात्रा नीचे गिरी
कानपुर। गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कालेज में संदिग्ध परिस्थितियों में डा. दीक्षा तिवारी की छत से गिरकर मौत हो गई। परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया है और उनका कहना है कि छत पर चल रही पार्टी के दौरान उसे घसीटा गया और नीचे फेक दिया गया। मामले में पुलिस ने शव का पंचायतनामा भरकर आगे की विधिक कार्रवाई में जुट गई।
बरेली के कारोबारी प्रदीप तिवारी की 24 वर्षीय बेटी डा. दीक्षा तिवारी ने हाल ही में गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कालेज से एमबीबीएस की पढ़ाई कर पासआउट किया था। डा. दीक्षा तिवारी की नौकरी मेरठ मेडिकल में लग गई थी और वहां पर उन्होंने 25 जून को ज्वाइन भी कर लिया था। उनके साथ पढ़ाई कर रहे अन्य दो डाक्टर भी दूसरी जगह ज्वाइन कर चुके हैं। ज्वाइनिंग के बाद डा. दीक्षा और उनके साथ पढ़ाई करने वाले दो डाक्टर भी बुधवार को कानपुर आए और मेडिकल कालेज की रसायन शास्त्र की प्रयोगशाला की छत पर देर रात पार्टी कर रहे थे। इसी दौरान चौथी मंजिल से डा. दीक्षा गिर गई और फौरन हैलट अस्पताल लाया गया जहां पर डाक्टरों ने डा. दीक्षा को मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी पर पहुंचे परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि पार्टी के दौरान डा. दीक्षा को छत पर घसीटा गया और फर्श पर खून के धब्बे मिले हैं। इससे साफ है कि डा. दीक्षा की हत्या की गई है।
मामले में डीसीपी मध्य आरएस गौतम ने गुरुवार को बताया कि देर रात में मेडिकल कालेज की केमिस्ट्री लैब की छत से संदिग्ध परिस्थितियों से डा. दीक्षा चौथी मंजिल से नीचे गिर गई। उसके साथ दो अन्य डाक्टर जो डा. दीक्षा के साथ पढ़ रहे थे वह भी गिर गये। ऐसी जानकारी दी गई है और हैलट अस्पताल में घायल अवस्था में डा. दीक्षा को भर्ती कराया जहां पर उसकी मौत हो गई। परिजनों की ओर से तहरीर मिलने और अन्य बिन्दुओं पर हो रही जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी।