संवाददाता।
कानपुर। नगर में आईआईटी कानपुर में चल रहे चार दिवसीय मटेरियल कैंप का समापन बुधवार को हुआ। मटेरियल्स साइंस एण्ड इंजीनियरिंग विभाग (एमएसई) के अंतर्गत स्टूडेंट टेक्निकल चैप्टर, एडवांस्ड सेंटर फॉर मटेरियल्स साइंस (एसीएमएस) व विभिन्न प्रतिष्ठित संगठनों के सहयोग से कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मटेरियल एडवांटेज इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी कानपुर के संस्थापक आयोजक और संकाय समन्वयक प्रो. कांतेश बलानी ने कहा कि शिविर की प्रतिक्रिया देखकर हमें बहुत खुशी हुई। इस कार्यक्रम में कानपुर के 9 प्रमुख स्कूलों के 37 छात्रों और 9 शिक्षकों की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई। यह छात्रों और शिक्षकों के बीच सामग्री विज्ञान और इंजीनियरिंग में बढ़ती रुचि को दर्शाता है। इस शिविर में प्रतिभाग लेने वाले स्कूलों में जुगल देवी सरस्वती विद्या मंदिर, चाचा नेहरू स्मारक इंटर कॉलेज, एयर फोर्स स्कूल, डॉ. वीरेंद्र स्वरूप शिक्षा केंद्र, जय नारायण विद्या मंदिर, केंद्रीय विद्यालय आईआईटी कानपुर, मेथोडिस्ट हाई स्कूल, पूर्णचंद्र विद्या निकेतन और एलनहाउस पब्लिक स्कूल शामिल थे। शिविर का उद्घाटन वर्चुअल मोड में एएसएम इंटरनेशनल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ. नवीन मंजूरन ने किया था। आईआईटी कानपुर के एमएसई विभाग के प्रमुख प्रो. कल्लोल मंडल ने आवश्यक इंजीनियरिंग प्रदर्शन प्राप्त करने में सामग्री (मटेरियल) और प्रसंस्करण की भूमिका पर जोर दिया। आईएनएई कानपुर के अध्यक्ष प्रो. योगेश जोशी ने सामग्री विज्ञान में अनुसंधान के माध्यम से सभी इंजीनियरिंग क्षेत्रों को ‘मूर्त’ संस्थाओं के रूप में अभिसरण पर प्रकाश डाला। आईआईटी बीएचयू के प्रो. कौशिक चट्टोपाध्याय ने “सामग्री परीक्षण और उसके महत्व का अवलोकन” पर प्रस्तुति दी। इसके बाद प्रो. नीरज चावाके ने “सामग्री के वर्गीकरण” पर व्याख्यान दिया। प्रो. कांतेश बलानी ने “सामग्री की आकर्षक दुनिया” शीर्षक पर अपना व्याख्यान दिया। साथ ही श्रुति दुबे और पी. शिवेन द्वारा प्रस्तुत एक फ्लैट टेलीविजन में सामग्रियों पर वास्तविक जीवन का प्रदर्शन शामिल रहा।दोपहर के सत्रों में, प्रतिभागियों ने भौतिक धातु विज्ञान प्रयोगशाला में नमूना तैयार करने और विभिन्न नमूनों की माइक्रोस्कोपी पर ध्यान केंद्रित करते हुए प्रयोगशाला सत्रों में सक्रिय रूप से भाग लिया। इस सेशन को विशेषज्ञ के रूप में ज्ञान पी. बाजपेयी और अजय पी. सिंह द्वारा समन्वित किया गया था, जिसमें हर्षित अग्रवाल, राजदीप्त समद्दर और सत्य पी. नाथ का अमूल्य सहयोग शामिल रहा।प्रो. कल्लोल मंडल द्वारा “हमारे चारों ओर संक्षारण” विषय पर चर्चा की। इसके बाद पी. शिवेन, पूजा रानी, मुरली मनोहर और डॉ. दीपक खरे, कुंवर पी. सिंह, समता सामल, गोविंद, अजय पी. सिंह, सूर्या पी. सोनकर द्वारा कोमल, दिनेश दिवाकर व राज बाबू के सहयोग से संपीड़न मोल्डिंग, वेटिंग, लैब-सुरक्षा और स्कैनिंग इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोपी का प्रदर्शन किया गया।