संवाददाता।
कानपुर। नगर के सचेंडी में सिक्योरिटी गार्ड की ईंट से कूचने के बाद पेंचकस से गोदकर नृशंस हत्या कर दी गई। सुबह परिवार के लोग घर नहीं लौटने पर डेयरी पहुंचे तो रक्तरंजित शव बरामद हुआ। सूचना पर सचेंडी थाने की पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर जांच करने पहुंचे। जांच के दौरान पारिवारिक विवाद की ओर पुलिस के जांच की सुई घूम रही है। लाखों की जमीन सिक्योरिटी गार्ड को दान में मिली थी। इसके चलते उसकी परिवार में रंजिश के बिंदु पर पुलिस जांच में जुटी है। सचेंडी के भैरमपुर गांव में रहने वाले राजेंद्र प्रसाद तिवारी के परिवार में पत्नी सुमन और बेटा ओमजी (25 वर्ष), बाला जी, सोनू और मोनू समेत पांच बेटे थे। ओम जी घर से कुछ दूरी पर मौजूद एक दूध डेयरी में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करते थे। रोज की तरह सोमवार देर शाम नौकरी पर नाइट शिफ्ट करने गए थे। ओमजी ने खाना खाया और दूध डेयरी में नाइट शिफ्ट करने गया था। मंगलवार सुबह देर तक घर नहीं लौटने पर डेयरी पहुंच गए। जहां गार्ड रूम में ओमजी का खून से लथपथ शव तखत पर पड़ा मिला। परिवार के लोगों की चीख-पुकार सुन मोहल्ले के लोग पहुंचे तो उन्हें हत्याकांड की जानकारी हुई। इसके बाद मौके पर पुलिस और फोरेंसिक टीम जांच करने पहुंची। इस दौरान मौके पर पहुंचा पुलिस का खोजी कुत्ता गांव के अंदर तक गया और फिर भटक गया। पुलिस का मानना है कि जिस व्यक्ति ने इस वारदात को अंजाम दिया है वह गांव का हो सकता है। फॉरेंसिक टीम को मौके से खून से सना पेचकस मिला है, फॉरेंसिक टीम को ओमजी के गले पर कुछ निशान मिले हैं। गला दबाकर हत्या करने के बाद शव को पेचकस से गोद दिया गया। हत्यारोपी दो से ज्यादा थे क्योंकि मौके पर संघर्ष के निशान भी मिले हैं। पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया। परिवार के लोगों की तहरीर पर सचेंडी पुलिस ने हत्या की एफआईआर दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। डीसीपी वेस्ट ने बताया कि मृतक ओम जी को परिवार में दान में जमीन मिली थी। इन सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है। जल्द ही हत्याकांड का खुलासा कर आरोपियों को जेल भेजा जाएगा।