September 17, 2024

करोड़ो की जमीन पर कब्जा करके प्लॉटिंग करने वालों की जांच शुरु।

मिशनरी की जमीन पर चर्च और स्कूल भी संचालित।

कानपुर। सिविल लाइन वाली हजार करोड के नजूल की जमीन को कब्जाने वाला मामला अभी पूरी तरह से ठन्डा पडा नही है कि मिशनरी की एक और जमीन जो लग भग 16 हजार वर्ग गज है जिसकी कीमत लगभग 160 करोड है। जिसमे फ़र्ज़ी कागज़ों के आधार पर सलीम बिरयानी कुछ रसूख दार पत्रकारों के दम पर कब्ज़ा किये हुए है। मिशनरी की एल डी टी ए कंपनी के स्वामित्व वाली यह  जमीन खलासी लाइन स्थित भवन संख्या-14/137 पर स्कूल एपी फैनी कंपाउंड  पर धार्मिक एवं चैरिटेबल कंपनी लखनऊ डायोसिशन ट्रस्ट एसोसिएशन जो कंपनी अधिनियम-1913 की धारा-26 के तहत पंजीकृत है। जिस पर सलीम बिरयानी ने उन्नाव सोसाइटी रजिस्ट्रार से एक फ़र्ज़ी सोसाइटी द चर्च ऑफ इंडिया ट्रस्ट एसोसिएशन दुर्योधन प्रसाद के नाम बनाकर उससे अपने नाम 100 रुपए के स्टाम्प पर 450 वर्ग ग़ज़ की एक लीज़ पत्र तैयार कर खुद  को सम्पत्ति का  स्वामी व काबिज प्रदर्शित करते हुए सांठ गांठ कर इस 16 हज़ार वर्ग ग़ज़ की ज़मीन पर काबिज हो गया और उस जमीन का लगभग 1400 वर्ग ग़ज़ का हिस्सा 5 लोगों के नाम एग्रीमेंट कर उनसे करोड़ो रूपये ले चुका है। कंपनी के बिशप जानसन टी जॉन ने  बताया कि  पिछले 4 वर्षों से इस भू माफिया सलीम बिरयानी के द्वारा इस जमीन पर कब्ज़ा किये जाने के बाद से अनेकों शिकायती प्रार्थना पत्र प्रशासन से शासन तक दिए जा चुके है लेकिन अब तक कोई प्रभावी कार्यवाही नही हुई। पूर्व में दो बार जांच के आदेश भी हुए लेकिन वह ठंडे बस्ते में चले गए। सलीम इतना तिकड़म बाज है, एक बार जांच अधिकारी ए सी पी अकमल खान बनाये गए उनके द्वरा सजगता पूर्ण की गई जांच में सलीम दोषी प्रतीत हो रहा था, तब उन्होंने सलीम को अपने कार्यालय बयान लेने के लिए बुलाया तब सलीम एक वरिष्ठ पत्रकार को लेकर उनके कार्यालय पहुँचा था। मिशनरी के वकील धीरेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि सलीम का बयान लेने के बाद दूसरे दिन जब हम लोग जांच अधिकारी के पास पहुंचे तो उन्होंने बताया कि उसके साथ आये हुए वरिष्ठ पत्रकार ने जांच अधिकारी से कहा सलीम मेरा बड़ा भाई है उसके खिलाफ जांच आख्या आपको नही देनी है, नही तो आप यहां रह नही पाओगे। तब जांच अधिकारी ने कहा जो सत्य होगा मैं वही लिखूंगा, मैं जहां जाऊं मेरी कुर्सी यही रहेगी। धीरेंद्र  का कहना है कि जांच आख्या देने से पूर्व ही उनका स्थानांतरण हो गया लेकिन हम लोग निरंतर शिकायती प्रार्थना पत्र दे रहे है।

आरोपी सलीम बिरयानी की फ़ोटो।

वर्तमान पुलिस आयुक्त ने इस प्रकरण को संज्ञान में लिया है और प्रभावी कार्यवाही का आश्वासन देते हुए पुनः जांच आख्या को प्रेषित करने के सख्त निर्देश अधिनस्थो को दिए है। मामले में उच्च स्तरीय जांच की जा रही है। एडिशनल पुलिस कमिश्नर मुख्यालय विपिन मिश्रा और डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी को जांच दी गई है। धीरेंद्र ने बताया आज नवनियुक्त जांच अधिकारी डी सी पी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी से हम लोगों ने मुलाकात की है उन्होंने आश्वस्त क़िया है कि यह  सामाजिक संस्था की ज़मीन है जिसपर अनैतिक रूप से कोई भूमाफिया कब्ज़ा नही कर पायेगा आप लोग निश्चिंत रहे, न्यायोचित कार्यवाही होगी।अगर बेचने की बात सही पाई गई, तो आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके कड़ी कार्रवाई की जाएगी। 


करोड़ों की क़ीमत वाली चर्च की इसी जमीन को बेचने का है आरोप।

इस जमीन पर भी पत्रकारों के संगठन के पदाधिकारियों पर ही कब्जे का आरोप लगाया गया है। धीरेंद्र बताते है की भूमाफिया सलीम बिरयानी के खिलाफ पहले से ही शत्रु संपत्ति बेचने पर एस आई टी की जांच चल रही है और एल डी टी ए कंपनी द्वारा दो एफ आई आर  दर्ज करवाई जा चुकी है जिसमे एक जांच रिपोर्ट में सांठ गांठ कर अंतिम आख्या रिपोर्ट लगवाई जा चुकी है।