संवाददाता।
कानपुर। नगर मे कल्याणपुर के निर्माणाधीन मकान में गेंद उठाने आए बच्चे के साथ मजदूर ने कुकर्म का प्रयास किया। विरोध और शिकायत करने पर मकान मालिक ने भी अभद्रता और गाली-गलौज शुरू कर दी। पीड़ित परिवार ने पुलिस से शिकायत की तो सुनवाई करने की बजाए भगा दिया गया । इसके बाद आरोपियों ने पूरे परिवार को गिराकर पीटा। मारपीट के दौरान महिला के कपड़े तक फट गए। एसीपी के आदेश पर मामले में पांच दिन बाद गुरुवार को एफ़आईआर दर्ज हुई है। परिवार ने बच्चे का मेडिकल नहीं कराने का आरोप लगाते हुए दोबारा शिकायत की है। कल्याणपुर निवासी महिला ने बताया कि 21 अप्रैल की शाम उनका 9 साल का बेटा गेंद खेल रहा था, इसके चलते गेंद पड़ोसी के निर्माणाधीन मकान में चली गई। आरोप है कि इस पर मजदूर बजरंगी ने बेटे को बुलाकर उसके साथ कुकर्म का प्रयास किया। इस पर बच्चे ने रोते हुए घर पहुंचकर आपबीती बताई तो महिला बच्चे को लेकर मकान मालिक जगपाल सिंह के घर पहुंची। मकान मालिक ने मजदूर को फटकार लगाने की बजाए उल्टा पीड़ित परिवार को ही गाली गलौज करके भगा दिया। इसके बाद दंपति ने कल्याणपुर थाने में आरोपी मजदूर के खिलाफ तहरीर दी, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई करने की बजाए भगा दिया। शिकायत से गुस्साए बजरंगी ने मकान मालिक जगपाल सिंह, विजय कुमार उनकी पत्नी, आनन्द कुमार और दो अन्य लोगों ने दंपती को बच्चे के साथ ही पीटकर गंभीर रूप से घायल दिया। पीड़िता का आरोप है कि आरोपितों ने मारपीट के दौरान छेड़छाड़ करते हुए उनके कपड़े तक फाड़ दिए। एसीपी अभिषेक पांडेय ने बताया कि मामले में अश्लीलता करना, छेड़खानी, मारपीट, पाक्सो एक्ट समेत अन्य गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। बाल अपराधों की घटना को लेकर पुलिस कितनी गंभीर है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि घटना के पांच दिन बाद भी पुलिस ने बच्चे का मेडिकल तक नहीं कराया। मामले को लेकर थाना प्रभारी कुशलपाल सिंह का कहना है कि कुकर्म के प्रयास की घटना होने के चलते मेडिकल नहीं कराया गया। फिलहाल मामला नाबालिग से जुड़ा होने के चलते गंभीरता से जांच की जा रही है।