
संवाददाता।
कानपुर। नगर में 2 मौसेरे भाइयों की आग में जिंदा जलकर मौत हो गई। देर रात आग लग गयी । इसके कुछ देर बाद ही घटनास्थल पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। मौके पर पुलिस भी पहुंची। ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाया गया। इसके बाद जब पुलिस घर के अंदर गई तब 2 लोगों की मौत का पता चला। हालांकि आग लगने के दौरान लोगों ने घर के अंदर से चींख-पुकार की आवाज नहीं सुनी। वहीं परिजनों ने गांव के कुछ लोगों पर शक जताया है। जबकि देर रात फोरेंसिक टीम ने भी मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की। जिस लड़के के घर आग लगी, उसकी 24 अप्रैल को शादी थी। कसिगवां में रहने वाले सुनील उर्फ अनिल (22 वर्ष) की माता प्रेमा-पिता हरनाम का कई साल पहले निधन हो चुका है। वह घर में अकेला ही रहता था। सुनील की मौसी भी उसी गांव में रहती थीं। मौसी गौरा ने बताया, “मंगलवार रात करीब 11 बजे सुनील ने उनके बेटे राज उर्फ छोटू (20 वर्ष) को फोन करके बताया कि उसे अकेले नींद नहीं आ रही है। दोनों के बीच अच्छी बातचीत होने के चलते राज सुनील के पास सोने की बात कहकर चला गया। इसके करीब एक घंटे बाद ही गांव के लोगों ने आग लगने की सूचना दी। चंद मिनट में ही घर धू-धू कर जलने लगा। गांव के लोगों ने पानी डालकर आग पर काबू पाया। इस दौरान सेन पश्चिम पारा थाने की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। सुनील उर्फ अनिल और राज की आग की चपेट में आने से जिंदा जलकर मौत हो गई। आग की चपेट में आने से इतनी भयानक तरीके से जले कि दोनों पूरी तरह जल गए थे। मौके पर पहुंचे राज के पिता प्रेम कुमार उर्फ बबलू ने गांव के कुछ लोगों पर रंजिश में हत्या करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि उनके बेटों को पीटने के बाद मार दिया। फिर घर में आग लगाई। इधर मामले की जानकारी मिलते ही घाटमपुर सर्किल फोर्स, एडिशनल पुलिस कमिश्नर हरिश्चंद्र, डीसीपी साउथ रवींद्र कुमार भाइयों की जिंदा जलाकर हत्या करने की सूचना पर मौका मुआयना करने पहुंचे। जांच पड़ताल के बाद दोनों के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। अनिल के माता-पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। अनिल के घर से करीब दो सौ मीटर की दूरी पर रहने वाले उनकी मौसी गौरा और मौसा प्रेम कुमार उर्फ बबलू का परिवार ही उनकी देखरेख करता था। मौसी ने ही अनिल की शादी का रिश्ता तय कराया था और 24 को अनिल की शादी होनी थी। अनिल और उसके मौसेरे भाई की संदिग्ध हालात में मौत हुई है। पुलिस मामले में प्रेम प्रसंग, प्रॉपर्टी, रंजिश वाले एंगल पर जांच कर रही है। आखिर हत्याकांड के पीछे वजह क्या हो सकती है। आग लगने से मौत की खबर आते ही गांव में बस हर व्यक्ति के जुबां पर एक ही बात थी कि 20 साल पहले सुनील के पिता हरनाम की भी आग लगने से मौत हुई थी। अब बेटे की भी ठीक उसी तरह आग लगने से मौत हुई है। पूरा वंश ही खत्म हो गया। दो भाइयों की आग में जिंदा जलकर मौत होने के बाद से पूरा गांव सकते में है। आखिर किस तरह से आग लगी कि दोनों की जलकर मौत हो गई और गांव के किसी भी व्यक्ति को खबर तक नहीं लगी। मौके पर पहुंचे कानपुर के एडिशनल पुलिस कमिश्नर हरिश्चंद्र ने बताया कि प्राथमिक जांच में हादसे में दो भाइयों की मौत का मामला लग रहा है। लेकिन परिवार के लोगों ने कई सवाल उठाते हुए हत्या का आरोप लगाया है। इन सभी बिंदुओं पर जांच के लिए एक टीम गठित की गई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण साफ हो सकेगा। मामले की बारीकी से जांच की जा रही है। जांच के बाद साफ हो जाएगा कि हत्या है या हादसा।