संवाददाता।
कानपुर। नगर के घाटमपुर कोतवाली क्षेत्र में सकरे कुएं में गिरे गौवंश को बचाने के लिए पुलिस और फायर बिग्रेड की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया था। देर रात फायर कर्मी गौवंश को मृत बताकर यहां से निकल गए थे। जिसके बाद पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया लगभग 16 घंटे बाद सकरे कुएं से गौवंश को बाहर निकाला जा सका। लेकिन तब तक गौवंश की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने पशु चिकित्सा अधिकारी को बुलाकर गौवंश का पोस्टमार्टम कराया, जिसके बाद गौवंश के शव को पास खेत में दफनाया गया। घाटमपुर इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि हम लोगों ने गौवंश को रेस्क्यू करने की पूरी कोशिश की, पर कुआं सकरा होने के चलते समय लगा और गौवंश की मौत हो गई। गौवंश का शव ससम्मान जमीन में दफन कराया गया है। घाटमपुर थाना क्षेत्र के जहांगीराबाद गांव के किनारे स्थित एक खुले पड़े कुएं के अंदर गुरुवार रात एक गौवंश गिर गया। ग्रामीणों ने गौवंश की आवाज कुएं से आती देखी तो पास पहुंचे। ग्रामीणों ने टॉर्च लगाकर देखा तो गौवंश कुएं के अंदर गिरा पड़ा था। ग्रामीणों ने गौवंश के कुएं में गिरने की सूचना फोनकर पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम को दी। जानकारी मिलते मौके पर पहुंची पतारा चौकी पुलिस ने फायर ब्रिगेड की टीम के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। उन्होंने कई बार कुएं से गौवंश को बाहर निकलने की कोशिश की पर कुआं सकरा होने के चलते दिक्कत का सामना करना पड़ा और गौवंश को कुएं से बाहर नहीं निकाल पा रहे थे, जिस पर पुलिस ने एक जेसीबी को बुलाकर कुएं के एक तरफ से लगभग 20 फीट गहरा गड्ढा खोदा, जिसके बाद फायर बिग्रेड टीम ने कुएं के अंदर उतरकर सकरे कुएं से गौवंश को रेस्क्यू करने का प्रयास किया। लेकिन 12 घंटे बीतने के बाद भी पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम गौवंश को रेस्क्यू नहीं कर सकी । कुएं के पास रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी था । घाटमपुर इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि रात में कुएं में गौवंश के गिरने की सूचना मिली थी। मौके पर पुलिस पहुंची थी। फायर ब्रिगेड की टीम की मदद से गौवंश को रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। लेकिन कुआं सकरा होने के चलते गौवंश को अभी तक बाहर नहीं निकाल जा सका था । उन्होंने बताया कि कुएं के पास जेसेबी से लगभग 20 फिट गहरी खोदाई करके रैंप तैयार किया गया । रेस्क्यू करने का प्रयास किया गया । सकरे कुएं में गिरने के बाद गौवंश की आवाज बहार आ रही थी।वह थोड़ा सा दिखाई भी दे रहा था। जिससे उसके जिंदा होने का अनुमान लगाया जा रहा था । कुछ देर तक गौवंश की आवाज नहीं आई तो पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम असमंजस में थी, लेकिन गौवंश ने दोबारा आवाज लगाई तो टीम ने राहत की सांस ली । लेकिन 16 घंटे बाद गौवंश की मौत हो गई। शव को बाहर निकालकर दफन कराया जा रहा है।