
संवाददाता।
कानपुर। नगर में होली के रंगों ने कई के चेहरे बदरंग कर दिए हैं। त्योहार के बाद अब उसका असर अस्पतालों की ओपीडी में दिखाई देने लगा हैं। कानपुर मेडिकल कॉलेज की हैलट अस्पताल, काशीराम ट्रामा सेंटर, यूएचएस आदि अस्पतालों की ओपीडी में स्किन मरीजों की संख्या बढ़ी हैं। हर अस्पताल की ओपीडी में लगभग 5% मरीजों की संख्या बढ़ी हैं। इन मरीजों के चेहरे में सूजन की शिकायत है। इसके अलावा सबसे ज्यादा मरीज हाथ-पैर, पीठ में छाले के आए। डॉक्टरों के मुताबिक जिन मरीजों ने सुरक्षा नहीं बरती हैं उन्हीं में ऐसी शिकायत देखने को मिल रही हैं। स्कीन रोग विभाग के डॉ. डीपी शिवहरे ने बताया कि इन सब के अलावा हाथों, पैरों और चेहरे पर लाल दाने भी लोगों के पड़ रहे हैं। बहुत से मरीज ऐसे भी आए जिनके हाथों की खाल तक गायब हो गई थी। ऐसे मरीज अब धीरे-धीरे बढ़ेंगे। जिन्होंने होली खेलने से पहले अपने शरीर में नारियल तेल, एलोवेरा लगाया था उनको किसी भी प्रकार दिक्कत नहीं हुई हैं। डॉ. शिवहरे ने बताया कि रंगों का असर तुरंत देखने को नहीं मिल रहा हैं। इसका असर दो से चार दिन बाद दिख रहा हैं। कभी-कभी तुरंत असर दिख जाता है, लेकिन छाले वाली समस्या या फिर खाल उतरने वाली समस्या कुछ दिन बात दिखाई देती हैं। नेत्र रोग विभाग में होली के बाद मरीज आंखों में लालिमा लेकर आ रहे हैं। डॉक्टरों की माने तो आंखों में केमिकल वाले रंग जाने से लोगों को इस तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं। बहुत से मरीज ऐसे भी हैं, जिन्होंने मेडिकल स्टोर से लेकर दवा डाली है। ऐसे मरीजों को ज्यादा दिक्कत आ रही हैं।