
संवाददाता।
कानपुर। नगर में जेल में बंद सपा विधायक इरफान सोलंकी के लिए रमजान की तरावीह नमाज में हजारों ने दुआ मांगी। आगजनी केस में कानपुर कोर्ट 19 मार्च को अपना फैसला सुनाएगी। कोर्ट तय करेगी कि इरफान दोषी हैं या नहीं। इससे पहले हलीम इंटर कॉलेज मैदान में रविवार रात को नमाज के दौरान इरफान की रिहाई को लेकर मस्जिद से दुआ मांगी गई। इस दौरान हलीम ग्राउंड में 40 से 50 हजार नमाजी एक साथ नमाज अदा कर रहे थे। दुआ में इमाम समेत अन्य नमाजियों ने कहा कि नाजायज मुकदमों में जेल में बंद बेकसूर इरफान सोलंकी की रिहाई हो। तरावीह की नमाज के बाद इरफान के लिए दुआ मांगने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कानपुर कमिश्नरेट पुलिस अलर्ट हो गई। पुलिस की गश्त बढ़ाने के साथ ही एलआईयू को भी सक्रिय किया गया है। 19 मार्च को कोर्ट के फैसले के दिन शहर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम किया जाएगा। कानपुर की डिफेंस कॉलोनी जाजमऊ में रहने वाले सपा विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान समेत अन्य पर पड़ोसी महिला नजीर फातिमा के प्लॉट में बने अस्थाई घर फूंकने का आरोप है। पड़ोसी महिला नजीर फातिमा ने प्लॉट पर कब्जा करने की नीयत से झोपड़ी फूंकने का आरोप लगाया था। 8 नवंबर 2022 को जाजमऊ थाने में इरफान, रिजवान समेत अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आरोप था कि 7 नवंबर 2022 को रात 8 बजे उसका परिवार भाई की शादी में गया था। तभी रिजवान सोलंकी, इरफान सोलंकी और उनके साथियों ने प्लॉट में बने अस्थाई घर में आग लगा दी। साजिश के तहत ऐसा किया गया। इससे कि पीड़िता घर छोड़कर भाग जाए और विधायक परिवार उस पर कब्जा कर लें। आग से गृहस्थी, फ्रिज, टीवी, सिलेंडर और बाकी सामान खाक हो गया था। रिपोर्ट दर्ज करने के बाद जाजमऊ पुलिस ने जांच शुरू की तो सामने आया कि शौकत, शरीफ और इजराइल आटे वाले, अनूप यादव, महबूब आलम, शमशुद्दीन, एजाजुद्दीन, मो. एजाज, मुर्सलीन भोलू, शकील चिकना भी इस केस में शामिल थे। इसके चलते इन सभी को आरोपी बनाया गया। इरफान और रिजवान समेत सभी आरोपी मौजूदा समय में जेल में हैं।