संवाददाता।
कानपुर। हैलट अस्पताल रैन बसेरा में रविवार देर रात अचानक पहुंचे डीएम विशाख जी अय्यर बिस्तर नहीं मिलने पर जमकर नाराज हुए। उन्होंने कहा कि ऐसी सर्दी में ये स्थिति ठीक नहीं है। सुधर जाइए, वरना कड़ी कार्रवाई तय है। यहां 15 दिन से अस्पताल में भर्ती नहीं किए जाने के कारण रह रहे मरीजो व तीमारदारो ने दुखड़ा रोया तो तत्काल उनका उपचार शुरू कराया। अलग-अलग क्षेत्रों में घूमे जिलाधिकारी ने ठिठुरते असहायों को कंबल ओढ़ाए। डीएम विशाख रविवार रात अचानक सड़क पर निकल पड़े। उन्होंने रानीघाट, भैरोघाट, एलएलआर अस्पताल, चमनगंज, परेड, फूल बाग व घंटाघर क्षेत्र स्थित रैन बसेरों का जायजा लिया। सड़क किनारे सोते मिले असहायों को आश्रय स्थलों में पहुंचाया। हैलट अस्पताल रैन बसेरा में खमियां मिलने पर संबंधित को कर्मचारी को जमकर फटकार लगाई। नगर आयुक्त शिवशरणप्पा जीएन को मौके पर बुलाकर कहा कि चिह्नित स्थलों पर अलाव जलाने व उनकी निगरानी कराएं। रैन बसेरों में कंबल की व्यवस्था रखें। वहां रहने वालों को दिक्कत न होने दें। यदि किसी व्यक्ति के पास परिचय पत्र नहीं होने पर भी उसे आश्रय देकर सर्दी से बचाएं।सभी अपर नगर मजिस्ट्रेट, सिविल डिफेंस के वार्डन, नगर निगम के जोनल अधिकारी क्षेत्रों में रात में घूमकर सड़क के किनारे सोने वाले लोगों को रैन बसेरों में पहुंचाएं। बेसहारा व असहायों को कंबल दें। नगर आयुक्त शिव शरणप्पा जीएन, अपर जिलाधिकारी (नगर) डा. राजेश कुमार, एसडीएम सदर प्रखर कुमार सिंह, तहसीलदार रितेश कुमार सिंह, सिविल डिफेंस चीफ वार्डन रोहित मल्होत्रा निरीक्षण के दौरान मौजूद रहे।