पुलिस की किरकिरी फजीहत से बचने को आनन-फानन में आरोपी गिरफ्तार
संवाददाता।
कानपुर। नगर में रेप के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि रेप पीड़िता का एक विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। आरोप है कि उसने पुलिस को आपबीती बताते हुए मदद की गुहार लगाई थी। लेकिन पुलिस ने उसकी कोई मदद नहीं की। बल्कि उसे भगा दिया था। लेकिन जैसे ही इसका विडियो सामने आया। सोशल मीडिया पर पुलिस की किरकिरी होने लगी। जिसके बाद फजीहत से बचने से आनन-फानन में आरोपी को दबोच लिया गया । कानपुर पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार से एक रेप पीड़िता आरोपियों की अरेस्टिंग को लेकर उनके दफ्तर में मिलने पहुंची थी। लेकिन रेप पीड़िता को मिलने से रोक दिया गया। आरोप है कि पुलिस अफसरों ने भगा दिया। इसके बाद पीड़िता पुलिस कमिश्नर के ऑफिस के बाहर धरने पर बैठ गई। रोते हुए बताया कि सेन पश्चिम पारा थाने की पुलिस से लेकर पुलिस कमिश्नर तक कोई भी सुनवाई नहीं कर रहा है। रेप पीड़िता का पुलिस कमिश्नर ऑफिस से बाहर निकालने से लेकर हंगामे का वीडियो एंटी रेप एक्टिविस्ट योगिता भयाना ने अपने एक्स ‘ट्वीटर’ हैंडल से पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि रेप पीड़िता के साथ ऐसा सलूक क्यों…?? न्याय की आस में कानपुर पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंची रेप पीड़िता को इंस्पेक्टर ने भगाने का प्रयास किया, इंस्पेक्टर के बिगड़े बोल छोटे-मोटे मामलों में नहीं मिलते हैं कमिश्नर।योगिता भयाना समेत अन्य लोगों ने सोशल मीडिया पर पुलिस कमिश्नरेट में रेप पीड़िता की सुनवाई नहीं होने के इस वीडियो को वायरल कर दिया। सोशल मीडिया पर फजीहत होने के बाद कानपुर पुलिस हरकत में आई। पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार के आदेश पर सेन थाने की पुलिस ने चंद घंटे में ही रेप के आरोपी आवास विकास हंसपुरम नौबस्ता निवासी सचिन कुमार शर्मा को अरेस्ट कर लिया। गुरुवार को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया। सेन पश्चिम पारा थाने में एक युवती ने 22 फरवरी 2023 को आवास विकास हंसपुरम निवासी सचिन कुमार शर्मा के खिलाफ रेप की एफआईआर दर्ज कराई थी। युवती का आरोप था कि सचिन की दुकान पर युवती नौकरी करती थी। सचिन ने शादी का झांसा देकर उसके साथ रेप किया और गर्भवती होने पर उसका गर्भपात करा दिया। पुलिस ने युवती की तहरीर पर सचिन के खिलाफ रेप और उसकी पत्नी के खिलाफ मारपीट की एफआईआर दर्ज कर ली थी।आरोप है कि रिपोर्ट दर्ज होने के बाद सचिन लगातार उसे जान से मारने की धमकी देकर मुकदमा वापस लेने का दबाव बना रहा था। पीड़िता ने सेन पश्चिम पारा थाने से लेकर पुलिस कमिश्नर ऑफिस के चक्कर काटे लेकिन किसी ने सुनवाई नहीं की और आरोपी सचिन खुलेआम घूम रहा था।