संवाददाता।
कानपुर। नगर में पांडूनगर स्थित कर्मचारी राज्य बीमा अस्पताल को कर्मचारी राज्य बीमा निगम भारत सरकार को हस्तांतरित करने और उप्र ईएसआई सोसाइटी के गठन किए जाने से नाराज अस्पताल कर्मचारी व अन्य कर्मियों ने मंगलवार को विरोध प्रदर्शन किया। कर्मचारियों का आरोप है कि 2021 में शासनादेश जारी होने के बाद भी अस्पताल को गुपचुप तरीके से हस्तांतरण किया गया है। इसकी जानकारी किसी भी कर्मचारी को नहीं थी। इस हस्तांतरित के बाद अब बीमा कर्मियों व उनके परिजनों को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। हंगामा कर रहे उदय राज सिंह ने बताया कि सर्वोदयनगर स्थित कर्मचारी राज्य बीमा निगम पंचदीप भवन के क्षेत्रीय निदेशक स्वरूप नगर में आज कर्मचारी राज्य बीमा निगम योजना श्रम चिकित्सा सेवाएं उप्र की सहायक निदेशक और पांडू नगर स्थित कर्मचारी राज्य बीमा अस्पताल की सीएमएस के बीच एक बैठक हुई, जिसमें पांडुनगर के बीमा अस्पताल को कर्मचारी राज्य बीमा निगम भारत सरकार को हस्तांतरित करने की कार्यवाही की समीक्षा की गई है। आरोप है कि पांडुनगर के बीमा अस्पताल को निगम को हस्तांतरित करने का शासनादेश मई 2021 में जारी किया गया था। इसके बाद गुपचुप तरीके से हस्तांतरण की कार्यवाही कर दी गई। जानकारी होने पर मंगलवार को कार्मिकों ने क्षेत्रीय निदेशक के सामने पांडुनगर अस्पताल को हस्तांतरित किए जाने का विरोध किया। हंगामें में शामिल पुष्पराज ने बताया कि कार्मियों ने श्रम चिकित्सा सेवा योजना के निदेशक को इसके लिए प्रत्यावेदन दिया था। इसके अलावा बीमा अस्पताल के हस्तांतरण व उप्र ईएसआई सोसायटी के गठन के विरोध में कई पत्र देने के बाद भी संगठन के प्रतिनिधियों को वार्ता का समय नहीं दिया गया। जबकि शासन द्वारा संगठनों के प्रतिनिधियों को माह में एक बार वार्ता कर कर्मचारियों की समस्याओं के निराकरण का शासनादेश जारी किया गया है। पदाधिकारियों ने कहा कि कर्मचारियों द्वारा उपस्थित होकर प्रत्यावेदन दिए जाने पर प्रतिनिधियों को दबाव में लेने का प्रयास किया गया और ट्रांसफर की धमकी भी दी गई है। इस दौरान उदय राज सिंह, पुष्पराज, धर्मेंद्र, सुनीता डेविड, अनीता, कमलेश कुमारी, इंद्र जीत, दिनेश कुमार, सचिन मित्तल, रीता वर्मा, सुरेंद्र कमल, हरेंद्र गौड़, राजकुमार दिवाकर, संतोष कुमार आदि कार्मिक मौजूद रहे।