प्रधानाचार्य ने डीआईओएस से बात कर सभी को पास कराने का भरोसा दिया है।
संवाददाता।
कानपुर। नगर में एमजी कॉलेज की साइंस साइड की छात्राओं को सामान्य हिंदी की जगह साहित्य हिंदी का पेपर दिया गया तो हंगामा खड़ा हो गया। पेपर देखकर छात्राओं ने केंद्र के शिक्षकों को बताया तो किसी ने भी उनकी नहीं सुनी। इससे नाराज इंटरमीडिएट की छात्राओं और उनके अभिभावकों ने शुक्रवार को कॉलेज पहुंचकर जमकर हंगामा। छात्राओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि शिक्षिकाओं और प्रधानाचार्य की गलती के कारण इसका खामियाजा हम सभी छात्राओं को भुगतना पड़ेगा। एमजी कॉलेज की छात्राओं का सेंटर जुहारी देवी गर्ल्स इंटर कॉलेज में गया है। गुरुवार को यूपी बोर्ड परीक्षा के पहले दिन सामान्य हिंदी की जगह उन्हें साहित्यिक हिंदी का प्रश्न पत्र दिया गया था। प्रश्न पत्र में कोई भी सवाल न आने के कारण सभी का पेपर खराब हो गया। कोई छात्रा इसे हल नहीं कर पाईं। हंगामे के बाद एमजी कॉलेज की प्राधानाचार्य रजनी साहू ने सभी छात्राओं को पास कराने का आश्वासन देकर विद्यालय से भेज दिया। इंटर की कक्षा में 33 लड़कियां पढ़ती थी। इस बार उन सभी का सेंटर जुहारी देवी इंटर कॉलेज, माल रोड गया है। गुरुवार को जब वह परीक्षा कक्ष में पहुंची तो उन्हें सामान्य हिंदी की जगह साहित्यिक हिंदी का प्रश्नपत्र दिया गया था। इसे देखकर वह सब परेशान हो गईं और कक्ष निरीक्षकों से आपत्ति जताई तो उन्होंने जानकारी कर बताया कि फाॅर्म भरते समय गलती हुई है। छात्राओं ने बताया कि आपत्ति जताने के बाद भी केंद्र में कोई मदद नहीं हो सकी। ऐसे में दूसरा प्रश्नपत्र भी देने से मना कर दिया गया। इसके चलते सभी ने मजबूरन बिना पढ़े वाले उस प्रश्न पत्र को हल नहीं किया। छात्राओं का आरोप था कि यदि शिक्षिकाएं इसका ध्यान रखती तो उनके फेल होने का डर न सताता। छात्राओं के मुताबिक जब उन्होंने प्रधानाचार्य से अपना पक्ष रखा तो प्रधानाचार्य ने डीआईओएस से बात कर सभी को पास कराने का भरोसा दिया है। उनके इस आश्वासन के बाद सभी छात्राएं और अभिभावक घर लौट गए।