
संवाददाता।
कानपुर। नगर में मेट्रो रेल परियोजना के पहले कॉरिडोर के अधीन चुन्नीगंज-नयागंज भूमिगत सेक्शन के लगभग चार किमी. लंबे टनल का निर्माण कार्य आज पूरा हो गया। मैकरॉबर्टगंज से ’डाउनलाइन’ पर 420 मीटर लंबे टनल का निर्माण कर ‘तात्या‘ टनल बोरिंग मशीन ने दोपहर 3 बजे चुन्नीगंज स्टेशन पहुंचकर अपना चौथा और अंतिम ब्रेकथ्रू हासिल किया। हालांकि इस काम को पूरा करने में 3 महीने की देरी हुई। मेट्रो एमडी ने कहा बीआईसी की जमीन मिलने में देरी हुई, जिस वजह से काम देरी से शुरू हुआ। काम दिसंबर-2023 में पूरा होना था, लेकिन मार्च 2024 में पूरा किया। कानपुर मेट्रो की इस उपलब्धि के साथ ही ‘नाना‘ और ‘तात्या‘ टीबीएम मशीनों का चुन्नीगंज-नयागंज सेक्शन पर टनल निर्माण का यादगार सफर भी पूरा हो गया है। दोनों टीबीएम मशीनों ने कानपुर जैसे सघन आबादी वाले शहर के नीचे निर्बाध यात्रा का मार्ग प्रशस्त कर दिया है। ‘तात्या‘ टीबीएम मशीन अपने कटरहेड से धरती को काटते हुए जैसे ही चुन्नीगंज मेट्रो स्टेशन स्थित रिट्रीवल शाफ्ट पहुंची, वहां परियोजना से जुड़े सभी लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट से उसका स्वागत किया गया। मैकरॉबर्टगंज से चुन्नीगंज के बीच ‘डाउनलाइन‘ पर चुन्नीगंज-नयागंज सेक्शन के आखिरी टनल को बनाने के लिए ‘तात्या‘ टीबीएम मशीन को 4 जनवरी 2024 को लॉन्च किया गया था। इस दौरान मशीन ने लगभग 420 मीटर टनल का निर्माण किया। ‘नाना‘ टीबीएम मशीन पहले ही 23 फरवरी 2024 को इस स्ट्रेच के ‘अप-लाइन‘ पर टनल निर्माण पूरा कर चुकी है। ‘तात्या‘ टीबीएम मशीन के अंतिम ब्रेकथ्रू हासिल करने के साथ ही अब चुन्नीगंज-नयागंज भूमिगत सेक्शन के दोनों, ‘अप-लाइन‘ और ‘डाउनलाइन‘ टनल निर्माण का कार्य पूरा हो गया है। चुन्नीगंज और नयागंज के बीच का मार्ग शहर के सबसे व्यस्त मार्गों में से एक है। ‘नाना‘ और ‘तात्या‘ टीबीएम मशीनों ने शहर के अंदर विश्व स्तरीय मेट्रो प्रणाली के सपने को पूरा किया है। कानपुर सेंट्रल-ट्रांसपोर्ट नगर भूमिगत सेक्शन और बारादेवी-नौबस्ता उपरिगामी सेक्शन पर भी सिविल निर्माण का कार्य पूरी तेजी से आगे बढ़ रहा है।