सूरदास व कृष्णदास की मूर्तियां बना रहे हैं फाइन आर्ट्स के विद्यार्थी।
कानपुर। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ़ फाईन आर्ट्स के दो विद्यार्थियों अनुराग मौर्य, मूर्तिकला (एम.एफ.ए.) व नेहा यादव, मूर्तिकला (एम.एफ.ए.) का चयन राज्य ललित कला अकादमी उ.प्र. के द्वारा किया गया है। जो मथुरा के गोवर्धन के निकट सूरसाधना स्थली पारासौली, जो सूरदास एवं अस्टछाप के कवियों की भजनस्थली है, वहाँ पर ब्रज भाषा एकेडमी में सूरदास जी एवं श्री कृष्णदास जी की बैठी हुई 3 फ़ीट प्रतिमा लगनी है। जिसका निर्माण इन विद्यार्थियों के द्वारा डॉ राजकुमार सिंह के निर्देशन में शुरू हो गया है।
विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो.विनय कुमार पाठक जी ने प्रसन्नता व्यक्त की है एवं विद्यार्थियों को अपनी शुभकामनाएं भी प्रेषित की है। मूर्तिकला के अध्यापक श्री जे.बी. यादव ने बताया कि यह मूर्तियां जीवन्त एवं सजीव आकार लें इस पर इन विद्यार्थियों का ध्यान केन्द्रित है।