
संवाददाता।
कानपुर। नगर के विकास खंड सरसौल में शासन से आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद खंड विकास अधिकारी सरसौल निशांत राय ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। एडीओ समाज कल्याण के साथ सरसौल व महाराजपुर के ग्राम पंचायत सचिवों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है। स्पष्टीकरण मिलने के बाद मामले की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी। इधर, सोमवार को एक और लाभार्थी द्वारा फर्जीवाड़ा कर शादी किए जाने की पुष्टि होते ही विवाह निरस्त कर दिया गया और उपहार भी वापस ले लिए गए। ज्ञातव्य हो कि विकास खंड सरसौल में बीते मंगलवार को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में सरसौल व भीतरगांव ब्लाक के 88 जोड़ों की प्रशासन ने शादी कराई थी। मंगलवार को ही सरसौल के रामनगर निवासी रोशनी द्वारा फर्जीवाड़ा कर दोबारा शादी करने के मामले में विवाह निरस्त कर उपहार वापस ले लिए गए थे। अगले दिन महाराजपुर निवासी सीमा द्वारा भी सरकारी लाभ पाने के लिए दोबारा शादी किए जाने की बात प्रकाश में आई थी। जिसके बाद ब्लाक के अधिकारियों में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। खंड विकास अधिकारी सरसौल ने जांच कराई तो सीमा द्वारा किए गए फर्जीवाड़े की पुष्टि हो गई। सोमवार को जांच रिपोर्ट आने के बाद सीमा को दिए गए उपहार वापस मंगाए गए और विवाह निरस्त किया गया। गनीमत रही कि दोनों लाभार्थियों के खातों में 35 हजार की प्रोत्साहन राशि नहीं भेजी गई थी। शासन द्वारा मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह के आवेदनों के सत्यापन में लापरवाही बरतने पर एडीओ समाज कल्याण सरसौल सोनम सिंह और महाराजपुर व सरसौल के ग्राम पंचायत सचिवों ओमकार व पुनीत मिश्रा को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है। खंड विकास अधिकारी सरसौल निशांत राय ने बताया ग्राम सरसौल के मजरा रामनगर की रोशनी व महाराजपुर निवासी सीमा की शादी निरस्त कर उपहार वापस कराए गए हैं। इस मामले में लापरवाही बरतने वाली एडीओ समाज कल्याण व दोनों पंचायत सचिवों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है। जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।