संवाददाता।
कानपुर। नगर में महिला पार्षद पति और दवा व्यापारी के बीच रोड रेज के बाद हुई मारपीट के गंभीर प्रकरण पर राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है। गुरुवार को महापौर प्रमिला पांडेय ने भाजपा पार्षदों की बैठक प्रमिला सभागार में बुलाई। महापौर ने बताया कि तय हुआ है कि इस पूरे प्रकरण को समझौता कर हल कराया जाएगा। बैठक के बाद महापौर दवा व्यापारी अमोलदीप सिंह के परिवार से मिलने उनके घर की तरफ रवाना हुई। पार्षदों के साथ गोपनीय बैठक कर निर्णय लिया गया कि इस पूरे मामले में मध्यस्थता कर खत्म कराया जाएगा। अगर, दोनों परिवार समझौता करने पर रजामंदी जाहिर करेंगे तो इस पूरे प्रकरण समझौता कर खत्म कराया जाएगा। ये एक सामान्य घटना है, जिसे कुछ विपक्षी लोग राजनैतिक रंग देने पर लगे हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक बैठक में इस बात पर भी चर्चा की गई कि भाजपा से जुड़े लोग भी इस मामले को अंदरखाने हवा दे रहे हैं। इसमें उन लोगों को भी चिन्हित किया जा रहा है। बता दें कि इस मामले में सिख समाज एकजुट होकर विरोध में खड़ा हो गया है। इसमें कुछ भाजपा नेता अंदरखाने सिख समाज की तरफ से पैरवी कर रहे हैं। बैठक में ये भी तय किया गया कि भाजपा से पद लेकर बीच का रास्ता निकालने के बजाय एक पक्ष के साथ खड़े हो गए हैं। महिला पार्षद सौम्या शुक्ला के पक्ष में भाजपा दल की बैठक में सिर्फ एक महिला वार्ड परमपुरवा से पार्षद विद्यादेवी ही पहुंचीं। जबकि नगर निगम में भाजपा की करीब 17 महिला पार्षद हैं। वहीं भाजपा के कुल 65 पार्षद हैं, जबकि बैठक में करीब आधे पार्षद ही पहुंचे। इसको लेकर भी सवाल खड़े होने लगे हैं कि इस मामले में पार्षद भी एकमत नहीं हैं। नवीन पंडित, नेता सदन व वरिष्ठ पार्षद ने इस पूरे प्रकरण में सीबीआई जांच होनी चाहिए। शहर में माहौल खराब नहीं होना चाहिए। इसमें कुछ लोग माहौल खराब कर रहे हैं। इस प्रकरण में जो भी दोषी होना चाहिए, उसकी जांच होनी चाहिए। संतोष शाहू, उपसभापति व पार्षद- दोनों ही पक्षों में कोई पुरानी दुश्मनी नहीं है। किसी भी प्रकार का कोई झगड़ा नहीं है। बातचीत करके इसको निपटाया जाएगा। पुलिस को निष्पक्ष जांच करनी चाहिए। एक भी पक्षा को अनसुना नहीं करना चाहिए। महेंद्र पांडेय पप्पू, वरिष्ठ पार्षद- इस पूरे प्रकरण में दोनों ही तरफ हमारे लोग हैं। हमारा किसी से कोई बैर नहीं है। इस घटना पर निष्पक्ष जांच की मांग की जा रही है, ताकि किसी भी पक्ष की साख पर कोई बात नहीं आए। दोनों ही पक्षों को समझौता कर लेना चाहिए। हरी स्वरूप तिवारी, पार्षद- सीबीसीआईडी या दूसरे जिले से टीम बुलाकर जांच करानी चाहिए। एकतरफा कार्रवाई नहीं होनी चाहिए। मारपीट के दौरान हमारी महिला पार्षद सौम्या शुक्ला का भी हाथ खींचा गया। निष्पक्ष जांच करानी चाहिए। अभिनव शुक्ला गोलू, पार्षद- आरोपी पार्षद का एक मकान मेरे ही वार्ड में है। दोनों पक्षों पर निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए। सभी के ऊपर मुकदमे और चरित्र की जांच भी होनी चाहिए। पुलिस को एकतरफा कार्रवाई नहीं करनी चाहिए।