संवाददाता।
कानपुर। नगर में छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के बीएड पाठ्यक्रम की शारीरिक शिक्षा परीक्षा में सैकड़ो छात्र फेल हो गए हैं। परीक्षा में कम अंक हासिल करने वाले छात्रों ने मूल्यांकन प्रणाली पर सवाल उठाएं। उन्होंने कहा है कि सॉफ्टवेयर की गड़बड़ी के कारण इतने छात्र फेल हुए हैं। उनकी मांग है कि दोबारा से कॉपी जांची जाए, इसके बाद फिर से परिणाम घोषित करें। नहीं तो ऐसे में छात्रों का भविष्य खराब हो सकता है। बीएड में शारीरिक शिक्षा परीक्षा में बहुविकल्पी प्रश्न आए थे। ऐसे में छात्रों का कहना है कि मूल्यांकन व्यवस्था में यह गलतियां हुई है, क्योंकि बहुविकल्पीय प्रश्नों के उत्तर आने में अधिकतर कोडिंग में गड़बड़ी हो जाती है, जिसके कारण रिजल्ट खराब हो जाता है। यदि कोडिंग में एक भी नंबर ऊपर नीचे हो गए तो उसका खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ता है। सभी छात्रों के उम्मीद से ज्यादा कम नंबर आने के बाद सभी परेशान है। कानपुर देहात के एक महाविद्यालय के छात्र राजन, महेंद्र, सुधा और जितेंद्र ने सामूहिक रूप से एक पत्र लिख कहा है कि परीक्षा में इतने कम अंक तभी मिल सकते हैं, जब कोडिंग की गलती से सही उत्तर को भी गलत में दर्ज कर दिया जाए। इसलिए इसमें दोबारा से मिलान करने की जरूरत है। इससे पहले इसी साल स्नातक परीक्षा में लगभग डेढ़ लाख परीक्षार्थियों को फेल कर दिया गया था, तब भी कोडिंग पर ही सवाल खड़े किए गए थे। स्ववित्त पोषित महाविद्यालय संगठन ने कानपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक से मुलाकात की और उन्होंने मूल्यांकन व्यवस्था में सुधार करने की मांग रखी। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय में बड़ी संख्या में विद्यार्थी फेल हुए हैं। यह उनके भविष्य का सवाल है। इसलिए दोबारा से इसकी जांच कराई जानी चाहिए। कानपुर विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ. विशाल शर्मा ने बताया कि किसी ने भी मूल्यांकन प्रणाली को लेकर अभी तक कोई सवाल नहीं खड़े किए है। यदि कोई पत्र देता है तो उसके आधार पर मामले की जांच कराई जाएगी। अगर लगता है कि दोबारा कॉपी की जांच करने की जरूरत है तो जरूर कराई जाएगी।