
संवाददाता।
कानपुर। नगर मे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुग्राम में आयोजित कार्यक्रम से भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण यानी एनएचएआइ की महत्वाकांक्षी परियोजना 93.2 किलोमीटर रिंग रोड का वर्चुअल शिलान्यास किया। पीएम ने रिंग रोड के पहले और चौथे चरण का शिलान्यास किया।
बता दें कि रिंग रोड कानपुर नगर में 62 किलोमीटर, उन्नाव में 27 किलोमीटर और कानपुर देहात जिले में 4 किलोमीटर होकर गुजरेगा। प्रधानमंत्री ने गुरुग्राम में आयोजित मुख्य समारोह में द्वारका एक्सप्रेस-वे के तीसरे व चौथे चरण का शुभारंभ व रिंग रोड के पहले व चौथे चरण का शिलान्यास किया। एनएचएआइ लखनऊ ने कार्यक्रम का आयोजन किया , जिसमें मंत्री, सांसद और विधायकों को आमंत्रित किया गया। एनएचएआइ 9,400 करोड़ रुपये से 93.2 किमी लंबी सिक्सलेन रिंग रोड का निर्माण करा रहा है। लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, आपका सांसद होने के नाते हमने कोई बहुत बड़ा कमाल नहीं किया है यह कोई करिश्मा नहीं है। इन सभी कार्यों में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का बहुत बड़ा सहयोग है। इसका पूरा का पूरा श्रेय उन्हीं को जाता है।
उन्होंने कहा, योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम के दौरान ही पूछा कि कोई काम छूट गया हो तो बताइए उसको भी तत्काल पूरा कर लिया जाए। एनएचएआइ के परियोजना निदेशक प्रशांत दुबे ने बताया कि प्रधानमंत्री ने गुरुग्राम से वर्चुअल माध्यम से रिंग रोड का शिलान्यास किया। इसमें पहला चरण मंधना से सचेंडी 24 किमी. का है। चौथा चरण 23 किमी. है। ये सचेंडी से रमईपुर का है। राज कंस्ट्रक्शन कंपनी को निर्माण की जिम्मेदारी दी गई है। रिंग रोड में गंगा पुल, पांडु नदी पुल व नहर पुल, रेलवे उपरगामी पुल और हाईवे से ऊपर से गुजरने वाला सड़क का हिस्सा एलीवेटेड होगा। इसका निर्माण बेहतर ढंग से कराने के लिए चार चरणों में बांटा गया है, जिसमें मंधना से सचेंडी चौथे चरण और सचेंडी से रमईपुर पहले चरण का ठेका हो गया है। राज कंस्ट्रक्शन लिमिटेड को निर्माण की जिम्मेदारी सौंपी गई है। दूसरे चरण में रमईपुर से उन्नाव के आटा तक 19.25 किमी हिस्से के निर्माण कार्य की जिम्मेदारी उत्तराखंड के हिलवेज कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड को दी गई है, ये कंपनी भी कार्य शुरू कर चुकी है।
तीसरे चरण आटा से मंधना तक 27.90 किमी हिस्से की टेंडर प्रक्रिया भी अंतिम चरण में है।