July 4, 2025

प्रदेश में हाई अलर्ट अतिरिक्त सुरक्षा इंतजाम किये गये मजबूत।

बाँदा। गुरुवार शाम को मुख्तार अंसारी की जिंदगी का सफर दिल का दौरा पड़ने के कारण थम गया। जो प्रदेश में एक दहशत और रशूख का अध्याय समाप्त हुआ अक्सर चर्चा में रहने वाले मुख्तार की सामाजिक जिंदगी अपराध से शुरू होकर राजनेतिक गलियारों तक मजबूत स्थिति में रही थी। लेकिन विगत कुछ वर्षों में भाजपा शासन काल मे अपराध पर अंकुश लगाने की कार्यवाही के चलते मुख्तार की गतिविधियों पर भी अंकुश लगा था जिसके कारण वो जेल में ही अपना जीवन गुजार रहा था। जिसकी मौत के बाद प्रदेश सरकार ने हाई-अलर्ट जारी करते हुए सभी शहरों और मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में जबरदस्त चौकसी और सख्ती बढ़ा दी है। मौत की खबर मिलते ही मुख्तार का परिवार गाजीपुर से बांदा के लिए निकल चुका था।

जानकारी के मुताबिक, गुरुवार की शाम पांच बजे बांदा जेल की बैरक में मुख्तार बेहोश होकर गिर गया। नाजुक हालत में उसे बांदा के रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों की टीम ने हार्ट अटैक बताते हुए उसका इलाज शुरू किया। डाक्टर्स की टीम की तमाम कोशिश के बावजूद रात लगभग नौ बजे मुख्तार की जिदंगी का अंत हो गया है। रमजान और चुनावी बयार को देखते हुए मुख्तार की मौत की सूचना सार्वजनिक करने से पहले सरकार ने सुरक्षा इंतजामों को पुख्ता किया। बांदा जेल प्रशासन के साथ-साथ अस्पताल प्रबंधन और जिला प्रशासन को इस बारे में कुछ भी बोलने से रोक दिया गया था। साथ ही मेडिकल कालेज कैंपस को छावनी बनाकर पुलिस फोर्स और पैरामीलिट्री फोर्स को तैनात कर दिया गया था। 

साढ़े दस बजे मौत की पुष्टि तब करी गई जब चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया।

मुख्तार की मौत के बाद प्रदेश सरकार ने पूरे प्रदेश को हाई अलर्ट कर दिया है। मुख्तार के प्रभाव वाले जनपदों, मऊ, आजमगढ़, गाजीपुर के साथ-साथ वाराणसी, चंदौली, कानपुर, लखनऊ, बांदा में अतिरिक्त सुरक्षा इंतजाम के कड़े निर्देश जारी कर दिए गए थे। आदेश के तुरंत बाद रात दस बजे तक कानपुर के हर संवेदनशील चौराहों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात है। मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में पैरा मीलिट्री फोर्स के साथ अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है। इस बारे में कानपुर के ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर विपिन मिश्रा का कहना है कि शुक्रवार को रमजान में जुमे की नमाज के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। उधर, अफवाह पर अंकुश लगाने के लिए बांदा में रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज कैंपस और बाहरी इलाकों को छावनी बना दिया गया है। अस्पताल कैंपस के अंदर घुसने की इजाजत किसी को नहीं है। इसी के साथ अस्पताल के अंदर से तीमारदारों को बाहर कर दिया गया है। मेडिकल स्टॉफ और कर्मचारियों के फोन बंद कराने के बाद जब्त कर लिए गये हैं। इस मामले में कोई भी अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं। 

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