संवाददाता।
कानपुर। नगर में हंगामे के बीच सोमवार को कानपुर नगर निगम सदन की कार्यवाही पूरी हुई। सदन करीब डेढ़ घंटे चला। सबसे पहले अधिकारियों ने पिछले किए गए कामों का रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत किया। इसके बाद विकास कामों के प्रस्ताव सदन में रखे गए।वार्ड 14 की कांग्रेस पार्षद शालू कनौजिया सदन में कंबल लेकर पहुंचीं। कहा- जब तक क्षेत्र की समस्या का समाधान नहीं होता, वह यहीं बैठी रहेंगी। अधिकारी बोले कि सदन में कंबल लाने की अनुमति नहीं है। इस पर शालू ने कहा कि मुझे भी बाहर निकाल दीजिए। भाजपा पार्षद हरी स्वरूप तिवारी ने बोलने को लेकर महापौर का विरोध किया। महापौर प्रमिला पांडेय ने नाराजगी जताते हुए कहा कि जिसको जाना है वो चला जाए। पार्षद जाने लगे तो नेता सदन नवीन पंडित ने पार्षद को पकड़कर बैठाया। सबसे पहला प्रस्ताव सदन में सोलर पार्क का रखा गया। जाजमऊ स्थित 1253 एकड़ में सोलर पार्क नगर निगम स्थापित करेगा। सीवेज फार्म की जगह पर बनेगा। 36 एमएलडी सीईटीपी चलाने के लिए बिजली की जरूरत पड़ती थी। इससे बिजली खर्च बचाया जाएगा। वरिष्ठ पार्षद हाजी सुहैल ने पार्षदों की शिकायत पर कोई ध्यान न देने की बात कही। इस पर नगर आयुक्त शिवशरण अप्पा ने अधिकारियों ने नाराजगी जताते हुए कहा की कुछ अधिकारी सीयूजी नंबर भी बंद रखते हैं। नगर आयुक्त ने अपर नगर आयुक्त को पार्षदों की शिकायत सुनने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया। नगर निगम ने 26 अगस्त को कार्यकाल का पहला सदन बुलाया था। इस बार कुल 22 अरब से ज्यादा के बजट को हरी झंडी दी गई। हालांकि, इस दौरान सदन का स्थगित किया गया और 9 अक्टूबर को स्थगित सदन को फिर से बुलाया गया, इस दौरान पार्षदों के मुद्दों पर चर्चा हुई। पहले यह सदन 28 दिसंबर फिर 6 जनवरी को बुलाने पर चर्चा हुई। लेकिन, जब महापौर ने 31 जनवरी को सदन की दूसरी बैठक बुलाई तो यह शुरू होने से पहले ही खत्म हो गई। नगर आयुक्त के सदन में न पहुंचने से पार्षदों ने जमकर हंगामा किया था। 31 जनवरी को हुए स्थगित सदन को महापौर ने 17 फरवरी को बुलाया था। लेकिन, एक बार फिर सदन को कैंसिल कर दिया गया। पार्षद अभिषेक गुप्ता का इस पर कहना है कि सदन की कार्यवाही को मजाक बनाकर रख दिया गया है। इससे पहले कभी भी सदन बुलाकर पार्षदों की बेइज्जती नहीं की गई।