
संवाददाता।
कानपुर। नगर में मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल में बीते दो दिनों से सर्वर ठप हो जाने के कारण ओपीडी के पर्चे तक नहीं बन पा रहे थे। सर्वर की वजह से बाल रोग विभाग, सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, कार्डियोलॉजी, टीबी हॉस्पिटल के भी पर्चे नहीं बन सके। 2 दिन के अंदर इन अस्पतालों से हजारों मरीज बिना इलाज कराए ही वापस लौट रहे हैं। गुरुवार सुबह से सर्वर ने आंख मिचौली शुरू कर दी, लेकिन किसी तरह रुक-रुक कर कुछ पर्चे बन पाए। दोपहर बाद से सर्वर बिल्कुल बंद हो गया। इसके चलते शुक्रवार को भी यहां पर मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सुबह से ही ओपीडी में सैकड़ो की संख्या पर मरीज ओपीडी के पर्चे बनवाने के लिए पहुंचने लगे। काफी देर तक जब पर्चे बनना नहीं शुरू हुए तो मरीज के तीमारदारों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। यह बात जब अधिकारियों को पता चली तो उन्होंने हाथ से पर्चे बनाने के निर्देश दिए। सुबह करीब 9:30 बजे फिर पर्चे बनने शुरू हुए। सभी पर्चे गुरुवार को मैन्युअल बनाए गए। अगर कर्मचारियों की माने तो हफ्ते में दो से तीन दिन सर्वर की समस्या बनी रहती है। इसके कारण मरीजों को भी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वहीं, दवा काउंटर में सर्वर ना आने के कारण मरीज और कर्मचारियों में झड़प भी हुई। इसी तरह पैथोलॉजी विभाग में भी ब्लड सैंपल जमा करने पहुंचे तीमारदारों और कर्मचारियों के बीच झड़प देखने को मिली। प्रदेश सरकार ने एनआईसी पोर्टल दे रखा था। इसी से पूरा सर्वर चलता था, लेकिन 13 अक्टूबर 2023 को यह टेंडर खत्म हो गया है। अगर कर्मचारियों की माने तो अब सर्वर से संबंधित समस्याएं ज्यादा झेलनी पड़ रही है। खास बात तो यह है कि अगर सर्वर चला जाता है तो नेट से संबंधित कोई दूसरी लाइन तक नहीं है, या तो कर्मचारी अपना डाटा खर्च करें या फिर मैन्युअल पर्चे बने। 2 दिन से सर्वर न आने के कारण हैलट में भर्ती मरीजों की विभिन्न जांचे प्रभावित हो रही है। लैब में कोई भी चांज नहीं हो पा रही हैं। इसलिए मरीजो को बाहर की पैथोलॉजी का सहारा लेना पड़ रहा है।