संवाददाता।
कानपुर। नगर मे लोकसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़ाने को लेकर प्रशासन और चुनाव आयोग ने कड़ी मशक्कत की थी। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कुछ बूथ पर मतदान प्रतिशत बेहद निराश करने वाले थे। जबकि इस बार इन बूथों पर मतदान प्रतिशत कैसे बढ़ाया जाए, इसको लेकर मंथन जारी है। बीते लोकसभा चुनाव में जिले की 10 विधानसभाओं में 2214 बूथ ऐसे थे, जहां मतदान प्रतिशत 60 फीसदी से कम था। यही कारण था कि कानपुर में मतदान प्रतिशत 51.65 फीसदी ही पहुंच पाया था। वहीं कानपुर में 10 बूथ ऐसे थे, जहां मतदान प्रतिशत 35 फीसदी भी पार नहीं हो सका था। मौसम हर बार ही मतदान प्रतिशत पर असर जरूर डालता है। इस बार अप्रैल माह में ही जिस तरह से गर्मी पड़ना शुरू हो गई है, मई में माना जा रहा है, इससे ज्यादा गर्मी हो सकती है। ऐसे में सुबह और शाम को मतदान प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है। दोपहर में मतदान प्रतिशत बेहद धीमा हो सकता है।