संवाददाता।
कानपुर। नगर में दो साल के बच्चे का अपहरण करने के मामले में 24 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। सीसीटीवी फुटेज से भी अपहर्ताओं का कोई खास सुराग नहीं लगा है। बच्चे के अपहरण के बाद से दंपति और उसके भाई-बहन का रो-रो कर बुरा हाल है। दिन दहाड़े पिकेट प्वाइंट और चौकी के पास से बच्चे के अपहरण करने पर क्षेत्रीय लोगों का जबरदस्त आक्रोश है। एसीपी कोतवाली अर्चना सिंह ने बताया कि फूलबाग से दो साल के बच्चे कार्तिक का अपहरण करने के मामले में अज्ञात बाइक सवारों के खिलाफ फीलखाना थाने में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज की गई है। बच्चे की तलाश में फीलखाना थाने की पुलिस के साथ ही क्राइमब्रांच को भी लगाया गया है। माल रोड से लेकर घंटाघर और अन्य सभी रास्तों पर सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है, लेकिन बाइक सवारों के हेलमेट व मास्क लगाने के साथ ही तेज रफ्तार में होने के चलते अपहर्ताओं की शिनाख्त नहीं हो पा रही है। फिर भी लगातार पुलिस की टीमें बच्चे की तलाश में जांच-पड़ताल कर रही हैं। वहीं, अपहरण के बाद से इलाके में रहने वाले लोगों में दहशत के साथ ही जबरदस्त आक्रोश है। इलाके के लोगों और व्यापारियों को कहना है कि फूलबाग से दिन दहाड़े बच्चे का अपहरण कानपुर पुलिस कमिश्नरेट को खुली चुनौती है। जबकि वारदात स्थल से चंद कदम पर ही फूलबाग चौकी पिकेट प्वाइंट है। इसके बाद भी बाइक सवार अपहर्ता आराम से बच्चे को अगवा कर ले गए। मूल रूप से सफीपुर उन्नाव के रहने वाले छोटू राजपूत ठेला लगाता है। परिवार में पत्नी गुड्डा व चार बच्चे वैष्णवी (12 वर्ष), पल्लवी(8 वर्ष), शीबू(6 वर्ष) और कार्तिक (2 वर्ष) हैं। शनिवार शाम लगभग साढ़े चार बजे कार्तिक बहन वैष्णवी और शीबू संग खेलते खेलते फूलबाग बस स्टॉप तक चला गया। कुछ देर बाद ही एक बाइक पर सवार दो युवक आए। बाइक चला रहे युवक ने हेलमेट व पीछे बैठा युवक मास्क लगा रखा था। कार्तिक के पास बाइक रोकी और उसे पुचकार कर उठा लिया। वैष्णवी और शीबू ने शोर मचाया लेकिन वे नहीं रुके। बच्चे फूलबाग पुलिस चौकी तक दौड़े मगर तब तक बाइक सवार भाग निकले