July 4, 2025

संवाददाता।
कानपुर।  जेल में बंद समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी आगजनी केस में अब 28 मार्च को कोर्ट अपना फैसला सुनाएगी। जज के छुट्‌टी पर होने के चलते बीते 19 मार्च को फैसला 22 मार्च तक  टल गया था। अब इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान समेत सभी आरोपी फिर से कोर्ट में पेश होंगे। इसके बाद मामले में कोर्ट अपना फैसला सुना सकती है। जुमे के दिन फैसला आने के चलते कानपुर में हाई अलर्ट घोषित किया गया, लेकिन फैसला टल गया। एहतियातन कानपुर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। कोर्ट में पेशी पर जाने के दौरान सपा विधायक इरफान सोलंकी के भाई रिजवान सोलंकी ने कहा कि हम दोनों भाई बेगुनाह हैं। दुआ करिए सब अच्छा होगा। प्रार्थना कभी खाली नहीं जाती है।  हकीकत पूरे लोग जानते हैं। अधिकारी भी सच्चाई जानते हैं। इरफान को छोड़कर रिजवान समेत अन्य सभी आरोपी एमपी/एमएलए कोर्ट में पेश हुए। कोर्ट ने बहस के बाद फैसले को लेकर अगली तारीख 28 मार्च की दी है। इसके साथ ही सभी आरोपियों को कोर्ट में तलब किया है। जाजमऊ में महिला नजीर फातिमा का घर फूंकने के मामले में कानपुर सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र से सपा विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान समेत अन्य आरोपी जेल में बंद हैं। मामले में एमपी/एमएलए कोर्ट में सुनवाई पूरी हो चुकी है। अब कोर्ट को अपना फैसला सुनाना है। कोर्ट ने फैसले के लिए 22 मार्च फैसले की तारीख दी थी, लेकिन शुक्रवार को एक बार फिर एमपी/एमएलए कोर्ट के जज सतेंद्र नाथ त्रिपाठी ने फैसला टालते हुए अगली सुनवाई को 28 मार्च की तारीख दी है। इसके साथ ही इरफान सोलंकी समेत सभी आरोपियों को कोर्ट में तलब किया गया है। उम्मीद है कि अब 28 मार्च को इरफान सोलंकी केस में फैसला आ सकता है। वहीं, जुमे के दिन फैसले को लेकर कानपुर पुलिस कमिश्नरेट ने भी अलर्ट घोषित किया है। एडिशनल पुलिस कमिश्नर हरिश्चंद्र ने बताया कि फैसले के चलते कानपुर में अलर्ट घोषित किया गया है। सेंसटिव इलाकों में पुलिस फोर्स तैनात की गई है। इससे कि कोई अराजकतत्व माहौल नहीं बिगाड़ सके। खुफिया निगरानी के लिए एलआईयू को भी सक्रिय किया गया है। पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार और एडिशनल पुलिस कमिश्नर हरिश्चंद्र ने फोर्स के साथ यमीमखाना समेत अन्य इलाकों में पुलिस फोर्स के साथ पैदल गश्त की। डिफेंस कालोनी जाजमऊ में रहने वाले सपा विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान समेत अन्य पर पड़ोसी महिला नजीर फातिमा का प्लॉट में बने अस्थाई घर फूंकने का आरोप है। मामले में पड़ोसी महिला नजीर फातिमा ने प्लॉट पर कब्जा करने की नीयत से झोपड़ी फूंकने का आरोप लगाते हुए 8 नवंबर 2022 को जाजमऊ थाने में इरफान, रिजवान समेत अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आरोप था कि 7 नवंबर 2022 को रात आठ बजे उसका परिवार भाई की शादी में गया था। तभी रिजवान सोलंकी, इरफान सोलंकी और उनके साथियों ने प्लॉट पर कब्जे की नीयत से मेरे घर में आग लगा दी। साजिश के तहत ऐसा किया गया इससे कि पीड़िता घर छोड़कर भाग जाए और विधायक परिवार उस पर कब्जा कर लें। आग से गृहस्थी, फ्रिज, टीवी, सिलेंडर और बाकी सामान खाक हो गया था। रिपोर्ट दर्ज करने के बाद जाजमऊ पुलिस ने जांच शुरू की तो सामने आया कि शौकत, शरीफ और इजराइल आटे वाले, अनूप यादव, महबूब आलम, शमशुद्दीन, एजाजुद्दीन, मो. एजाज, मुर्सलीन भोलू, शकील चिकना को भी इस केस में शामिल थे। इसके चलते इन सभी को आरोपित बनाया गया। इरफान और रिजवान समेत सभी आरोपी मौजूदा समय में जेल में हैं। कानपुर में मोदी लहर में भी समाजवादी पार्टी की जीत का झंडा सीसामऊ विधानसभा में फहराने वाले विधायक हाजी इरफान सोलंकी के लिए 28 मार्च  का दिन उनके भाग्य का फैसला करेगा। इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान सोलंकी समेत अन्य के खिलाफ कानपुर की एमपी/एमएलए कोर्ट आगजनी केस में फैसला सुना सकती है। उनके खिलाफ जिन धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ और चार्जशीट दाखिल होने के बाद कोर्ट में ट्रायल हुआ है। उसमें आजीवन कारावास तक की सजा का प्रावधान है। 

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