संवाददाता।
कानपुर। प्रदेश में बार-बार मौसम करवट ले रहा है। कल यानी शुक्रवार से 4 दिन के लिए मौसम विभाग ने प्रदेश में बारिश-ओले का अलर्ट जारी किया है। इस बार सीजन का सबसे मजबूत पश्चिमी विक्षोभ आने वाला है। इसका असर पूरे प्रदेश में रहेगा। इस दौरान 40 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं भी चलेंगी। पिछले 24 घंटे की बात की जाए तो यूपी के 11 शहरों में बारिश रिकॉर्ड हुई। सबसे ज्यादा प्रयागराज और जालौन में पानी बरसा है। गुरुवार सुबह लखनऊ-कानपुर में धूप तो निकली लेकिन ठंडी हवाएं चलने से मौसम में ठंडक है।मौसम विभाग के मुताबिक, 1 मार्च से प्रदेश के 33 शहरों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इनमें ज्यादातर शहर पश्चिमी यूपी के हैं। इन शहरों में सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, बिजनौर, बागपत, मरेठ, गाजियाबाद, हापुड़, मुरादाबाद, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, संभल, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, आगरा, फिरोजाबाद, रामपुर, बरेली, बदायूं, एटा, मैनपुरी, फर्रुखाबाद, शाहजहांपुर, पीलीभीत, लखीमपुर-खीरी, हरदोई, कन्रौज, औरैया, कानपुर देहात, जालौन, झांसी, कानपुर नगर है। कानपुर की सीएसए यूनिवर्सिटी के मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आने वाली हवाएं एक मजबूत विक्षोभ बना रही हैं। इसका असर कश्मीर से लेकर उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश तक होगा। यह सीजन का सबसे मजबूत डिस्टर्बेंस है। सिर्फ यूपी नहीं, बल्कि पश्चिमी विक्षोभ का असर उत्तर भारत के कई प्रदेशों मध्यप्रदेश, बिहार, झारखंड में भी है। मंगलवार शाम को तेज आंधी के साथ बारिश हुई। कई जगहों पर ओले भी गिरे। प्रदेश में आज भी बारिश होने के आसार हैं। भोपाल, इंदौर, जबलपुर समेत कुल 46 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया। इसके अलावा, बिहार में 10 जिलों में बारिश का अलर्ट है। वहीं, झारखंड के पलामू, गढ़वा समेत कई जिलों में मंगलवार को आंधी-तूफान के साथ बारिश हुई। वेस्टर्न हिमालय क्षेत्र में कल यानी 29 फरवरी और मैदानी इलाकों में 1 मार्च से 3 मार्च के बीच वेस्टर्न डिस्टरबेंस शुरू होने वाला है। पहाड़ों में हुई बर्फबारी का असर मैदानों में नजर आ रहा है। ठंडी हवाएं फिर से मैदानी हिस्सों में आना शुरू हो गईं। इससे ठंड बढ़ गई। यही वजह है कि बुधवार को अधिकतम और न्यूनतम तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की गई। प्रदेश में उरई सबसे गर्म रहा, यहां तापमान 29.2°C रिकॉर्ड किया गया। प्रदेश में बिजनौर का न्यूनतम तापमान सबसे कम रहा, यहां 7.5°C दर्ज किया गया। आईएमडी के मुताबिक, इस बार फरवरी में 17% ज्यादा बारिश दर्ज की गई। जनवरी में जहां 122 साल में सबसे कम बारिश हुईं। फरवरी में इस बार कुल 17.4 मिमी. बारिश दर्ज की गई। जबकि औसत 14.9 मिमी. है। फरवरी में यूपी में 5 बार बारिश का दौर आया। मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय के मुताबिक, हर ग्लोबल वार्मिंग के चलते प्रत्येक 40 से 50 वर्षों में ऐसा होता है कि मौसम एक महीना शिफ्ट हो जाता है। इस साल कड़ाके की ठंड नवंबर के मुकाबले दिसंबर में शुरू हुई। मार्च से गर्मी की शुरुआत हो जाती थी, लेकिन इस बार पश्चिमी विक्षोभ के चलते अब तक बारिश और पहाड़ों में बर्फ पड़ रही है।