
संवाददाता।
कानपुर। नगर में भारतीय बाल रोग अकादमी की ओर से रविवार को हर्ष नगर स्थित एक होटल में ‘चाइल्डहुड डेवलपमेंट’ कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में कानपुर के अलावा दिल्ली, मुंबई, लखनऊ के बाल रोग विशेषज्ञ ने भी प्रतिभाग किया और बच्चों के डेवलपमेंट पर चर्चा की। दिल्ली से आई बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. शर्मिला बी ने कहा कि बच्चों के विकास के लिए जरूरी है कि हम उनके साथ समय बिताएं और उनको एक अच्छा माहौल देने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि शुरू के 3 साल बच्चों के लिए बहुत अहम होते हैं। बच्चों को किस तरह का हम पोषण दे रहे हैं, यह भी बहुत ध्यान देने वाली चीज है। हम बच्चों को शुरू में जितना मजबूत बना देंगे वह उनको पूरे जीवन काम आएगा। मुंबई से आए डॉ. समीर ने कहा कि गर्भ में बच्चों के आने से लेकर उसकी 3 साल की उम्र तक जरूरी है कि हम उसे एक अच्छा माहौल दें। उसको एक अच्छा पोषण दे। बच्चों को अगर हम अच्छे पोषक तत्व देते हैं तो उनका मस्तिष्क भी अच्छा काम करता है। जिस दिन से बच्चा खाना शुरू करता है, उस दिन से ही माता-पिता को यह निर्धारित करना चाहिए कि हम बच्चों को बाहर की चीजों को देने से परहेज करें और उन्हें पोषक तत्व ही दे। इसका असर बच्चों में लंबे समय तक देखने को मिलेगा। यदि हम उन्हें बाहर की चीजों को खिलाते हैं तो इसका बच्चों पर गलत असर पड़ेगा।कानपुर मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. यशवंत राव ने कहा कि बच्चों के उचित विकास के बारे में परिवार, समाज, शिक्षक एवं सरकार के दायित्व को समझना चाहिए। सही देखभाल से ही बच्चों का विकास सही होगा और एक अच्छे समाज का निर्माण होगा। कार्यक्रम का उद्घाटन मेडिकल कॉलेज की उप प्रधानाचार्य डॉ. रिचा गिरी, डॉ. एके आर्या, डॉ. यशवंत राव ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस मौके पर डॉ. संजय निरंजन, डॉ. अमितेश यादव, डॉ. नेहा अग्रवाल, डॉ. निधिका पांडेय, डॉ. तनेजा, डॉ. अमरीश गुप्ता, डॉ. मोहित मैथानी आदि लोग मौजूद रहे।