February 5, 2025

कानपुर। छत्रपति शाहूजी महाराज विवि में अनुशासनहीनता, नियमों के उल्लघंन और धमकी देने के आरोपी छात्र-छात्राओं ने विवि के रिकार्ड में अपने घर का पता और मोबाइल नंबर फर्जी अंकित किया हुआ है। किसी ने घर का पता गलत दिया है तो किसी ने अभिभावकों के मोबाइल नंबर की जगह स्वयं का या दोस्तों को मोबाइल नंबर लिखा है। यह खुलासा विवि की ओर से गठित जांच टीम की रिपोर्ट में हुआ है।  जब विश्वविद्यालय के अधिकारी इन दिए हुए नंबरों पर कॉल करते हैं तो कोई संतोषजनक जबाब नहीं मिलता है। कई छात्र-छात्राओं के घर के पते भी गलत पाए जा रहे हैं। 

जांच समिति की पड़ताल में छात्रों के हंगामे, निष्कासन की जानकारी देने के लिए जब उनके घर पर संपर्क करने की कोशिश की गई, तब यह बात सामने आई। किसी के दोस्त ने पिता बनकर बात की और विवि आने में असमर्थता जाहिर की तो किसी ने विवि का नाम सुनते ही फोन काट दिया। यहीं नहीं अपने ही शिक्षकों से शिष्टाचार तो दूर उनकी बातचीत के वीडियो वायरल करने शुरू कर दिए। विवि ने बमुश्किल अन्य छात्रों से जानकारी जुटा अभिभावकों से संपर्क कर पूरी जानकारी उन्हें दी है। हैरानी की बात है कि ऐसे छात्रों के अभिभावकों को इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी। कई अभिभावाकों ने यह बताया भी कि उन्हें तो एक्स्ट्रा क्लास के बारे में बताया गया है। विवि अब रिकार्ड में गलत सूचना देने पर भी कार्रवाई करेगा।

सीएसजेएमयू में अनुशासनहीनता, नियमों के उल्लघंन और धमकी देने के आरोपी छात्र-छात्राओं पर विवि प्रशासन ने निलंबन की कार्रवाई की थी। इन छात्रों ने परीक्षा या सरकारी कामकाज में बाधक बनने के साथ संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया है। यहीं नहीं अपने ही शिक्षकों के हाथ मरोड़ने, गाली-गलौच एवं धमकी देने के मामले में शिक्षकों ने कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक को शिकायत की थी। जिस पर कुलपति ने पुलिस आयुक्त को मामले में कार्रवाई करने के लिए निवेदन भी किया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने पांच सदस्यीय जांच समिति का गठन भी किया था। जांच समिति वीडियो रिकार्डिंग के साथ-साथ साथी स्टूडेंट्स द्वारा बतायी जा रही सूचनाओं के आधार पर छात्रों को चिन्हित किया है। समिति ने जांच शुरू की तो  फर्जी रिकार्ड की बात भी तभी सामने आई।

कैंपस के छात्रों पर बना रहे दबाव

जांच समिति में यह बात सामने आई है कि आरोपति छात्र-छात्राएं हॉस्टल एंव कैंपस के दूसरे छात्रों पर भी दबाव बना रहे हैं। निष्कासित छात्र उनके पक्ष में ख़डे होने, आंदोलन का हिस्सा बनने का दबाव बना रहे हैं। साथ ही उनके साथ पुलिस प्रशासन एवं लखनऊ तक साथ चलने के लिए दबाब बना रहे हैं। इस सम्बन्ध में स्टूडेंट्स ने विवि प्रशासन को इन आरोपित छात्रों की जानकारी दी। छात्रों की शिकायत पर कुलपति प्रो विनय कुमार ने चीफ प्रॉक्टर, डीएसडब्लू समेत सभी आला अधिकारियों को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि ऐसे सभी बाहरी छात्रों को चिह्नित कर कड़ा फैसला लिया जाए। 

अभिभावक हैरान, नहीं कोई जानकारी

विवि की जांच समिति ने जब निष्कासित छात्रों के अभिभावकों का नंबर तलाश कर उनको पूरी घटना के बारे में बताया, तब चौंकाने वाली बात सामने आई। अभिभावकों को किसी बात की कोई खबर नहीं थी। छात्रों ने उनको भी गुमराह रखा है। कई अभिभावकों ने बताया कि उन्हें तो यह बताया गया है कि एग्जाम के चलते एक्सट्रा क्लास की तैयारी में वह व्यस्त् हैं।

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