कानपुर। कानपुर विद्युत आपूर्ति विभाग के एमडी के तानाशाही रवैये से आक्रोशित कर्मचारी संगठन अब एक मंच पर आ गए हैं। एमडी के उत्पीड़न से केस्को कर्मचारी के सुसाइड पर अब कर्मचारी नेताओं ने भी मोर्चा खोल दिया है।यही नही संगठनों के पदाधिकारियों ने एक स्वर में कहा कि एमडी ने कर्मचारियों के प्रति अपना अडियल रवैया नही बदला तो आन्दो्लन करने के लिए मजबूर होना पडेगा जिसकी जिम्मेदारी पूर्ण रूप से एमडी की ही होगी। केस्को के संविदा कर्मचारी एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश सिंह भोले ने कहा कि अफसर ट्रांसफर पॉलिसी की आड़ में कर्मचारियों का उत्पीड़न कर रहे हैं। विनय मल्होत्रा भी केस्को एमडी के उत्पीड़न के शिकार होने के चलते उनकी जान चली गई। सरकार का भी आदेश है कि 20 साल पुराने रिकॉर्ड को नष्ट कर दिया जाए, लेकिन विनय मल्होत्रा से 36 साल पुराना रेकॉर्ड मांगा जा रहा था। कर्मचारी संगठन के नेता पोस्टमार्टम हाउस से लेकर घर तक पहुंचे। हर किसी की जुबां पर सिर्फ एक ही बात थी कि विनय मल्होत्रा की उत्पीड़न के चलते जान गई है। कर्मचारी संगठन के नेता दिनेश सिंह भोले ने केस्को एमडी सैमुअल पॉन एन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि विनय मल्होत्रा की जान सिर्फ उत्पीड़न से गई है। इससे एक बात तो साफ है कि ट्रांसफर पॉलिसी की आड़ में कर्मचारियों का उत्पीड़न किया जा रहा है। केस्को एमडी ऑफिस में तैनात कर्मचारी के सुसाइड करने और गंभीर आरोप के बाद भी शनिवार दोपहर तक एमडी सैमुअल पॉल एन ने इस मामले को लेकर कोई भी बयान नहीं दिया। हादसे के बाद से मीडिया से बच रहे हैं। कर्मचारी के उत्पीड़न के चलते सुसाइड की खबरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो एमडी ने मीडिया प्रभारी श्रीकांत सिंह रंगीला से एक खंडन जारी कराया है। इसमें लिखा है कि मीडिया और कुछ व्हाट्सएप ग्रुपों में भ्रामक खबरें चलाई जा रही हैं। जिनकी कोई भी प्रमाणिकता नहीं है। केस्को इस प्रकार की खबरों का खंडन करता है।केस्को के कर्मचारियों की मानें तो विनय कुमार मल्होत्रा केस्को में एक सीट पर 36 साल से होने के चलते बड़ी वजह थी। जीपीएफ में कार्यरत अन्य सीनियर अकाउंटेंट का रिटायरमेंट के बाद विनय इकलौते कर्मचारी थे। जिनको जीपीएफ की अच्छी जानकारी थी। इस वजह से उनका सीट से तबादला नहीं किया जा रहा था, लेकिन दो साल पहले ही तरह फिर से शिकायत हुई और उनका ट्रांसफर नीति के तहत परेड बिजली घर में ट्रांसफर कर दिया गया था। विनय की मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। परिवार के लोगों ने आरोप लगाया कि उत्पीड़न से उनके पति की जान गई है। इससे बैकफुट पर आए केस्को के कर्मचारी और अफसर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। उन्होंने परिवार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सुसाइड केस दिखाया तो परिवार को पेंशन और मृतक आश्रित में नौकरी समेत विभाग से कोई भी लाभ नहीं मिलेगा। इसके चलते परिवार के लोगों ने शनिवार दोपहर तक नजीराबाद थाने में कोई तहरीर नहीं दी है। केस्को कर्मचारी विनय का देर शाम पोस्टमार्टम हो सका था, इस वजह से शुक्रवार को अंतिम संस्कार नहीं हुआ। शनिवार को परिवार के लोगों ने अंतिम संस्कार किया।