संवाददाता।
कानपुर। नगर में शुक्रवार को किसान आत्महत्या कांड के परिजनों ने आंदोलन शुरू कर दिया। परिवार के लोगों का कहना है कि अब तक पुलिस और जिला प्रशासन से उम्मीद थी कि इंसाफ मिलेगा, लेकिन 14 दिन बाद भी भाजपा नेता आशु उर्फ प्रियरंजन की अरेस्टिंग नहीं हो सकी है। अब पूरा परिवार इंसाफ के लिए सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगा। नगर के चर्चित बाबूराम किसान सुसाइड कांड के मुख्य आरोपी भाजपा नेता आशु उर्फ प्रियरंजन दिवाकर 14 दिन बाद भी फरार है। परिवार के लोगों का कहना था कि जब तक आरोपियों की अरेस्टिंग नहीं होगी तब तक तेरहवीं नहीं करेंगे, लेकिन पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की निवेदन ने शुक्रवार को तेरहवीं संस्कार किया। उनका कहना है कि अब पुलिस और जिला प्रशासन के अफसरों से उनका भरोसा उठ गया है। 14 दिन बाद भी पुलिस मुख्य आरोपी भाजपा नेता को अरेस्ट नहीं कर सकी है। अब परिवार के लोग आरोपियों की अरेस्टिंग के लिए सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे। इसमें शहर के लोगों को भी शामिल करेंगे। जब तक आरोपियों की अरेस्टिंग नहीं होगी तब तक संघर्ष चलता रहेगा। कानपुर चकेरी गांव में किसान बाबू राम यादव ने 9 सितंबर को ट्रेन के आगे कूदकर सुसाइड कर लिया था। सुसाइड नोट से सामने आया था कि भाजपा नेता आशु दिवाकर उर्फ प्रियरंजन गैंग ने करीब 10 करोड़ की जमीन हड़प ली और रुपए नहीं दिए थे। जांच के बाद चकेरी पुलिस ने भाजपा नेता और उसके गैंग के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी, लेकिन इसमें नामजद मुख्य आरोपी व मास्टर माइंड का कोई सुराग नहीं लगा पा रही है।