संवाददाता।
कानपुर। नगर के बर्रा से फरार चल रहा गैंगस्टर अजय ठाकुर गुरुवार को बर्रा थाने की पुलिस ने कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया। बीते 32 दिनों से वह पुलिस को चकमा देकर दिल्ली और पंजाब के बीच में छिपा हुआ था। पुलिस ने उसे दिल्ली से अरेस्ट किया है। शातिर के खिलाफ कानपुर के अलग-अलग थानों में 26 गंभीर मुकदमें दर्ज इनाम पचास हजार। डीसीपी साउथ रवींद्र कुमार ने बताया कि बर्रा में रहने वाला गैंगस्टर अजय ठाकुर जनवरी 2023 को जेल से छूटा था। जेल से छूटने के बाद ही उसने अपना दल की रैली पर हमला कर दिया था। करीब एक दर्जन गाड़ियों को तोड़ने के साथ ही कई लोगों को घायल कर दिया था। वहीं दूसरी वारदात में एक नाबालिग का अश्लील वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल कर रहा था। दोनों ही मामलों में पुलिस अजय ठाकुर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके तलाश में जुटी हुई थी।अजय बीते 1 महीने से बर्रा पुलिस और क्राइम ब्रांच को चकमा दे रहा था। सर्विलांस की मदद से पुलिस ने शातिर अपराधी अजय ठाकुर को गौरी शंकर इन्क्लेव प्रेम नगर रोहिणी से अरेस्ट किया है। दिल्ली से अरेस्टिंग के बाद गुरुवार को कानपुर लाने के बाद उसे कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। डीसीपी साउथ रवींद्र कुमार ने बताया कि पुलिस के लिए चुनौती बने 27 साल के अपराधी अजय ठाकुर के खिलाफ कानपुर के बर्रा समेत अन्य थानों में 26 गंभीर मुकदमें दर्ज हैं। इतना ही नहीं वह बर्रा थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ गैंगस्टर की भी कार्रवाई हो चुकी है। अजय ठाकुर के सभी मुकदमों की समीक्षा की जा रही है। इससे कि चार्जशीट लगने के साथ ही पैरवी करके ट्रायल में अजय को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जा सके। क्राइमब्रांच और बर्रा पुलिस ने फरार अजय की कुंडली खंगालना शुरू की तो सामने आया कि शातिर अजय का कानपुर के विधायकों से लेकर कैबिनेट मंत्री के साथ उठना-बैठना है। पुलिस वालों से भी उसकी अच्छी साठगांठ सामने आई है। अजय की कॉल डिटेल से उसका अपराध में शामिल नेताओं की भी कुंडली खंगाली जा रही है। अगर उसे संरक्षण देने में किसी नेता का नाम सामने आया तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।