
संवाददाता।
कानपुर। नगर में इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर विपक्ष भाजपा पर हमलावर हो गया है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष नौशाद आलम मंसूरी ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा पर निशाना साधा। नौशाद आलम मंसूरी ने कहा, आजाद भारत में चुनावी चंदे की ये सबसे भ्रष्ट योजना है।यह भाजपा की सफ़ेद तरीके से काला धन एकत्र करने की एक अपारदर्शी योजना है। कांग्रेस पार्टी ने शुरू से ही इस चंदे के काले धंधे का विरोध किया था। सुप्रीम कोर्ट की वजह से पूरे मामले का खुलासा हो सका है। ‘‘चंदा दो धंधा लो, धमकी दो, चंदा लो, ये भाजपा का वसूली का नया तरीका है।‘‘ कांग्रेस से टिकट के दावेदार आलोक मिश्रा ने कहा कि कई कंपनियों ने भारी मात्रा में चंदा दिया और उसके बाद उन्हें कई बड़े टेंडर मिले। उदाहरण के तौर पर मेधा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रा ने अप्रैल 2023 में, 140 करोड़ डोनेट किया और ठीक एक महीने बाद, उन्हें 14,400 करोड़ रुपए की ठाणे-बोरीवली ट्विन टनल प्रोजेक्ट मिल गया। पूर्व विधायक संजीव दरियावादी ने कहा कि उक्त इलेक्टोरल बॉन्ड योजना आने के बाद से देखने में आया है कि बहुत सारी फर्जी कंपनियों का पंजीकरण केवल और केवल भाजपा सरकार को चुनावी चंदा देने के लिए कराया गया है। कहा कि वर्ष-2018के बाद कम से कम 43 ऐसी कंपनिया स्थापित हुईं, जिन्होने अपनी स्थापना के कुछ ही महीनों के भीतर इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदे और कई ऐसी कंपनियां हैं, जिन्होंने अपनी शेयर वैल्यू से कई गुना अधिक चंदा दिया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस नेता मदन मोहन शुक्ला, दिलीप शुक्ला, पदम मोहन मिश्र, कृष्णमणिदेव सिंह, आरके जगत, लल्लन अवस्थी, मदन गोपाल राखरा, राजेश गौतम, वीरेन्द्र चतुर्वेदी, सैमुअल सिंह लकी, रोशनी चौधरी, वीके सिंह, उमाशंकर सिंह, मुकेश बाल्मीकी, मो. यूनुस, आजाद बौद्ध, मो. लईक समेत अन्य मौजूद रहे।