संवाददाता।
कानपुर। नगर में आज महापौर प्रमिला पांडेय ने जोनल कार्यालय-3 किदवई नगर का औचक निरीक्षण किया। यहां स्थित डंप में ठेकेदारों की निर्माण सामग्री बड़ी मात्रा में पड़ी मिली। वहीं बड़ी संख्या में जोनल ऑफिस में ठेकेदार बैठे मिले। इसको देखकर महापौर ने कड़ी फटकार लगाई। वहीं सुबह 11 बजे निरीक्षण के दौरान जोनल अधिकारी चंद्रपाल सिंह समेत आधा दर्जन से ज्यादा कर्मचारी कार्यालय से अनुपस्थित मिले। महापौर ने तय समय पर ऑफिस न पहुंचने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की एक दिन की सैलरी काटने के निर्देश दिए हैं। महापौर जोनल अधिकारी को तलब कर कहा कि जब बड़े अधिकारी ही तय समय पर ऑफिस नहीं पहुंचते हैं तो लोगों की समस्या का समाधान भी कैसे किया जाता होगा। एक दो लोगों की शिकायत करने पर महापौर ने फिर जोन तीन के कार्यालय में बैठकर सभी फरियादियों की समस्याएं सुनी। निरीक्षण के दौरान जोनल कार्यालय में योजनाओं के 60 से ज्यादा शिलापट रखे मिले। इससे जोनल अधिकारी ने वार्डों में विकास कार्यों के साथ लगवाए ही नहीं। नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन के समय के शिलापट रखे-रखे धूल फांक रहे हैं। महापौर ने चीफ इंजीनियर से इस मामले में स्पष्टीकरण तलब किया है। महापौर ने बताया कि कई जगह से लगातार उनका शिकायत मिल रही थी कि जोन कार्यालय में ठीक ढंग से काम नहीं हो रहा है। जिस पर उन्होंने यहां का आकस्मिक निरीक्षण किया है। महापौर ने बताया कि आगे भी औचक निरीक्षण जारी रहेंगे। निरीक्षण करने के बाद कार्यालय पहुंची महापौर ने चीफ इंजीनियर मनीष अवस्थी को तलब किया। चीफ इंजीनियर से डंप में पड़े ठेकेदारों की निर्माण सामग्री को लेकर जवाब-तलब किया। मनीष अवस्थी ने कहा कि तत्काल निर्माण सामग्री को हटवाया जा रहा है।