
संवाददाता।
कानपुर। सपा विधायक इरफान सोलंकी की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही है। इरफान के पार्टनर वसीम राइड ने ही अब उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वसीम ने पुलिस कमिश्नर के सामने पेश होकर इरफान सोलंकी, उनकी पत्नी नसीम और चाचा मेराज समेत अन्य पर धोखाधड़ी और धमकाने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है। पुलिस कमिश्नर ने मामले में जांच का आदेश दिया है। जांच के बाद इरफान और उनके परिवार के खिलाफ एक और एफआईआर दर्ज हो सकती है। सपा विधायक इरफान सोलंकी के पार्टनर रहे वसीम राइडर पुलिस कमिश्नर ऑफिस पहुंचे। उन्होंने पुलिस कमिश्नर से बताया कि कानपुर हिंसा के आरोपी हाजी वसी की हमराज कंस्ट्रक्शन में वह निदेशक हैं। उनके साथ ही इरफान की पत्नी नसीम सोलंकी, चाचा मेराज सोलंकी निदेशक हैं। नई सड़क हिंसा के बाद जब कंपनी का नाम सामने आया तब विधायक ने पत्नी के 2018 में इस्तीफा दे देने की सफाई दी थी। वसीम ने बताया कि कंपनी का पंजीकरण 25 जून 2013 में हुआ। 2014-15 में जमीन खरीद फरोख्त के लिए मेराज को वसीम ने लगभग साढ़े तीन करोड़ किस्तों में दिए थे। जिससे मेराज ने एक अन्य सहयोगी मुशीर के नाम पर चमनगंज में जमीन खरीदी और उस पर बहुमंजिला इमारत खड़ी कर दी गई। इमारत बनाने में 1.35 लाख रुपये लेबर का खर्च हुआ जो कि वसीम ने दिया। इमारत खड़ी हुई तो उनके हिस्से में नौ फ्लैट और छत आए। उनके बेटे फरहान को पावर ऑफ एटर्नी के जरिए फ्लैट बेचने का हक दिया गया। वसीम ने आरोप लगाया था कि इरफान सोलंकी, उनके भाई रिजवान सोलंकी और मेराज ने फर्जी गवाह खड़े कर पावर ऑफ एटॉर्नी निरस्त करा दी। कोरोना काल में वसीम बीमार हुए तो पूरी इमारत हथियाकर उसे बेच लिया और उनके करोड़ों रुपए हड़प लिए। अब शिकायत करने पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है। शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है। पुलिस कमिश्नर ने मामले का संज्ञान लेते हुए पूरे मामले में जांच बैठा दी है। जांच रिपोर्ट आने के बाद इरफान सोलंकी, उनके चाचा और भाई समेत अन्य की मुसीबतें बढ़ सकती है। वसीम राइडर ने बताया कि 5 महीने पहले उन्होंने आईजीआरएस पर मामले की शिकायत की थी। लेकिन पांच महीना बीतने के बाद भी पुलिस ने शिकायत का संज्ञान नहीं लिया। अब एक ट्वीट के बाद पूरे मामले का अफसरों ने संज्ञान लेते हुए आनन-फानन में जांच बैठा दी है।